गुजरात के निर्दलीय विधायक एवं प्रभावशाली दलित नेता जिग्नेश मेवाणी आज कांग्रेस के मंच पर तो दिखे लेकिन आधिकारिक तौर से नहीं जुड़ पाए. इस बारे में उन्होंने कहा कि वो अभी कांग्रेस के विचारों से जुड़े हैं. लेकिन तकनीकी रूप से वो कांग्रेस से अभी नहीं जुड़ सकते. इस बारे में विस्तार से बताते हुए उन्होंने कहा कि वो अभी कांग्रेस पार्टी आधिकारिक तौर पर ज्वाइन नहीं कर सकते. क्योंकि वो एक निर्दलीए विधायक है और ऐसी स्थिति में अगर वो पार्टी ज्वाइन करते हैं तो वो विधायक के तौर पर अपना कार्यकाल पूरा नहीं कर पाएंगे.
उन्होंने कहा कि मैंने इस बारे में अपने वरिष्ठ नेताओं से बात की है. अपने क्षेत्र के लोगों और खुद से बात की है. राहुल गांधी से भी बात की. तो मुझे लगा कि इस विचार के साथ होना सबसे बड़ी बात है. मैं इस मुहिम, विचार और संघर्ष के साथ हूं. बाकी की प्रक्रिया तो आने वाले महीनों में भी हो जाएगी. राहुल गांधी ने भी कहा कि पर्चा भरने वाली जो बात है वह तो कल भी कर लेना. अभी अपने क्षेत्र के लोगों का काम करो. लेकिन मैं यह कह सकता हूं कि 2022 का चुनाव मैं कांग्रेस के चुनाव चिन्ह से ही लड़ूगा और उनके लिए चुनाव प्रचार भी करूंगा.
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बता दें कि मंगलवार को राहुल गांधी की मौजूदगी में कन्हैया कुमार कांग्रेस में शामिल हो गए. गुजरात से निर्दलीय विधायक जिग्नेश मेवानी भी कांग्रेस में तो आए, लेकिन अभी उन्होंने औपचारिक रूप से कांग्रेस की सदस्यता नहीं ली है. इसके बाद कांग्रेस ने एक प्रेस कॉन्फ्रेंस की.
कन्हैया कुमार ने कहा, मुझे महसूस होता है कि इस देश में कुछ लोग, वो सिर्फ लोग नहीं है, वो एक सोच है. इस देश की चिंतन परंपरा, संस्कृति, मूल्स, इतिहास, वर्तमान और भविष्य खराब करने की कोशिश कर रहे हैं. कहीं मैंने पढ़ा था कि आप अपने दुश्मन का चुनाव कीजिए, दोस्त अपने आप बन जाएंगे. तो मैंने चुनाव किया है. लोकतांत्रिक पार्टी में हम इसलिए शामिल होना चाहते हैं क्योंकि अब लगने लगा है कि अगर कांग्रेस नहीं बचा तो देश नहीं बचेगा.
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