ED ने डीके शिवकुमार से 5 घंटे पूछताछ की, राहुल गांधी की यंग इंडियन को पेमेंट करने पर तलब

कर्नाटक कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष डीके शिवकुमार ने सोमवार को जांच एजेंसी के मुख्यालय से निकलने के बाद मीडिया से बातचीत की. उन्होंने कहा- 'उन्होंने मुझे और मेरे भाई से एक ट्रस्ट- यंग इंडियन प्राइवेट लिमिटेड को किए गए कुछ भुगतान के बारे में जानकारी मांगी गई थी. मुझे पैसे देना याद है, क्योंकि यह एक धर्मार्थ ट्रस्ट है, लेकिन डिटेल याद नहीं है.'

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कर्नाटक कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष डीके शिवकुमार पर आरोप है कि उन्होंने राहुल गांधी की यंग इंडियन प्राइवेट लिमिटेड को पेमेंट किए. कर्नाटक कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष डीके शिवकुमार पर आरोप है कि उन्होंने राहुल गांधी की यंग इंडियन प्राइवेट लिमिटेड को पेमेंट किए.

मुनीष पांडे

  • नई दिल्ली,
  • 19 सितंबर 2022,
  • अपडेटेड 10:28 PM IST

प्रवर्तन निदेशालय ने सोमवार को कर्नाटक कांग्रेस के नेता डीके शिवकुमार से 5 घंटे से ज्यादा समय तक पूछताछ की. ED ने डीके को मनी लॉन्ड्रिंग केस में तलब किया था. आरोप है कि डीके शिवकुमार ने भी राहुल गांधी की कंपनी यंग इंडियन प्राइवेट लिमिटेड के लिए कुछ पेमेंट किए थे. बता दें कि इस मामले में कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी और राहुल गांधी पहले ही कई राउंड की पूछताछ हो चुकी है. अब जांच टीम इस केस से जुड़े लोगों से भी पूछताछ कर रही है.

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बता दें कि डीके शिवकुमार कर्नाटक में कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष हैं. सोमवार को जांच एजेंसी के मुख्यालय से निकलने के बाद डीके शिवकुमार ने कहा- 'उन्होंने मुझे और मेरे भाई से एक ट्रस्ट- यंग इंडियन प्राइवेट लिमिटेड को किए गए कुछ भुगतान के बारे में जानकारी मांगी. मुझे पैसे देना याद है, क्योंकि यह एक धर्मार्थ ट्रस्ट है, लेकिन डिटेल याद नहीं है.' 

डीके शिवकुमार से मांगे गए हैं दस्तावेज

ईडी ने मनी लॉन्ड्रिंग केस के तहत दर्ज एक नए मामले के सिलसिले में सोमवार को डीके शिवकुमार से 5 घंटे से ज्यादा समय तक पूछताछ की. सूत्रों का कहना है कि एजेंसी इस मामले में पूछताछ के लिए एक बार फिर डीके शिवकुमार को बुला सकती है. सोमवार को उनसे कुछ और दस्तावेज देने को कहा गया है. सूत्रों के अनुसार, ताजा मामले में डीके को भ्रष्टाचार के आरोपों में दर्ज प्राथमिकी के आधार पर तलब किया गया है. 

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'मेरे लिए ये करो और मरो की लड़ाई'

डीके शिवकुमार ने समन मिलने के बाद जांच को लेकर उत्पीड़न का आरोप लगाया. उन्होंने कहा- 'कल मैं कर्नाटक जाऊंगा. मेरे लिए यह करो या मरो की लड़ाई है. मुझे अपना काम करना है. ये मेरी जिम्मेदारी है और जवाबदेही भी है.' उन्होंने आगे कहा कि 'मैंने कौन से अवैध काम किए हैं? सिर्फ एक मामले में ईडी ने चार्जशीट दाखिल की है. मैं कानून व्यवस्था में विश्वास करता हूं और मुझे पता है कि मुझे न्याय मिलेगा. एक बात मैं स्पष्ट करना चाहता हूं कि मेरे भाजपा मित्रों को राजनीतिक रूप से लड़ने दें.' बता दें कि डीके शिवकुमार इस समय राहुल गांधी के नेतृत्व में भारत जोड़ो यात्रा में सक्रिय रूप से शामिल हैं. 

शिवकुमार को 2019 में किया गया था गिरफ्तार

इससे पहले डीके शिवकुमार को ईडी ने सितंबर 2019 में गिरफ्तार किया था. ईडी ने शिवकुमार पर प्रिवेंशन ऑफ मनी लॉन्ड्रिंग एक्ट के तहत आरोप लगाया था. एजेंसी ने सितंबर 2018 में डीके शिवकुमार के एक करीबी सहयोगी और दिल्ली में कर्नाटक भवन के कर्मचारी के खिलाफ आयकर विभाग के दायर आरोप पत्र के आधार पर जांच शुरू की थी.

हवाला लेन-देन की बात आई थी सामने?

सूत्रों के अनुसार, आयकर विभाग ने लोगों के एक नेटवर्क के साथ सीमा पार हवाला लेन-देन और दिल्ली, बेंगलुरु में नकदी का बेहिसाब ट्रांसपोर्ट और उपयोग होना पाया था. यह आरोप लगाया गया है कि डीके शिवकुमार और उनकी बेटी ने जुलाई 2017 में वित्तीय निवेश के लिए सिंगापुर की यात्रा की थी. 

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दिल्ली में संपत्ति के बारे में चला था पता

I-T विभाग ने कांग्रेस के संकटमोचक से जुड़ी 429 करोड़ रुपये की बेहिसाब संपत्ति का पता लगाने का दावा किया है. डीके शिवकुमार पर 2017 में आयकर विभाग ने छापा मारा था. जांच एजेंसियों के मुताबिक, दिल्ली में चार परिसरों पर छापेमारी के दौरान 8.5 करोड़ रुपये मिले और जब्त किए गए, जो सीधे शिवकुमार से जुड़े थे. I-T विभाग को दिल्ली के सफदरजंग एन्क्लेव में खरीदे गए तीन फ्लैट भी मिले थे, जो कथित तौर पर शिवकुमार से जुड़े थे. सितंबर 2019 में ईडी ने डीके शिवकुमार को गिरफ्तार किया था.

 

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