40 देशों में हुए एक सर्वे की रिपोर्ट ये बताती है कि दुनिया में 75 फीसदी कंपनियों को काबिल कर्मचारी नहीं मिल रहे और भारत की बात करें तो ये आंकड़ा 83 फीसदी हो जाता है, यानि हमारे देश में 83 फीसदी कंपनियों को ऐसे लोग नहीं मिल पाते जो उनके यहां काम करने लायक हों. ये समस्या अकेले भारत की नहीं है, अमेरिका, जापान, चीन, ब्रिटेन, जर्मनी, फ्रांस, आस्ट्रेलिया और ताइवान जैसे देशों का भी यही हाल है. उनके आंकड़े भी भारत जैसे ही हैं. यानी, पूरी दुनिया में बड़ी कंपनियों को हुनरमंद लोग मिलने बंद हो गए हैं. काबिलियत की कमी पर 'ब्लैक एंड व्हाइट' में देखें विश्लेषण.