संविधान में सेक्युलरिज़्म और सोशलिज्म हटाने के बाद से सियासत तेज है। बीजेपी नेता इस मुद्दे का समर्थन कर रहे हैं, वहीं विपक्ष लगातार सरकार को घेरने की कोशिश कर रहा है। विपक्ष इसे आरक्षण के खिलाफ़ एक साजिश बता रहा है और कह रहा है कि 'ये आरक्षण के खिलाफ़ हैं। ये भाईचारा के खिलाफ़ हैं। ये हमारे आपके सबकी एकता के खिलाफ़ हैं। इसलिए ये ऐंटी सेकुलर है।'