बिहार में वोटर लिस्ट की समीक्षा पर सवाल उठ रहे हैं. ममता बनर्जी ने इसे नाम डालने की साजिश बताया है और चुनाव आयोग के 1987 के कट ऑफ पर भी शक जताया है. एक पक्ष का कहना है कि यह जायज वोटों को काटने और नाजायज वोटों को जोड़ने का षड़यंत्र है.