भारतीय नौसेना के गोताखोरों को दुनिया के सबसे खतरनाक पेशेवरों में से एक माना जाता है. ये जलवीर समुद्र की असीमित गहराइयों में देश की रक्षा का प्रण पूरा करते हैं. इनकी ट्रेनिंग 1 दिन से लेकर 36 हफ्तों तक चलती है, जिसमें बेसिक कोर्स से लेकर सुपर स्पेशलाइज्ड डाइविंग तक का प्रशिक्षण दिया जाता है. इस डाइविंग स्कूल में न केवल भारतीय नौसेना के जवान, बल्कि आर्मी और एनडीआरएफ के गोताखोरों को भी प्रशिक्षित किया जाता है.