भारत में प्रदूषण की वजह से हर साल 22 लाख लोगों की जान जाती है, जबकि कोविड से चार साल में 5.33 लाख मौतें हुई हैं. इसके बावजूद, भारत के 145 करोड़ लोगों में से 90 करोड़ लोग खतरनाक हवा में सांस लेने को मजबूर हैं, लेकिन इन 90 करोड़ लोगों में से कुछ ही लोग प्रदूषण को लेकर चिंतित हैं. देखिए ये रिपोर्ट