पार्वती नदी पर बने एनीकट के कारण कई गांवों में 15 से 20 फीट पानी भर गया है. नुहेरा गांव से तसीमों जाने के लिए लोग खटोले का इस्तेमाल करते हैं. बच्चे भी इसी खटोले से स्कूल आते-जाते हैं. इस खटोले पर पहले एक लड़का खत्म हुआ था. महाराष्ट्र के पालघर और पश्चिम बंगाल में भी बच्चे जान जोखिम में डालकर नदी पार करके स्कूल जाते हैं.