एक केंद्रीय कानून को कूड़ेदान में फेंकने के बयान पर चर्चा हुई. एक प्रतिभागी ने कहा कि जिस मंशा से यह कानून बनाया गया है, वह संविधान विरोधी और धर्म के अधिकार के खिलाफ है. उन्होंने तीन कृषि कानूनों का उदाहरण दिया, जिनके खिलाफ किसानों ने एक साल तक आंदोलन किया और अंततः उन्हें वापस लेना पड़ा.