विशाखापत्तनम: जब मछुआरों के जाल में फंसी 20 क्विटंल की शार्क मछली...

आंध्र प्रदेश के वाइजैग में वन अधिकारियों द्वारा एक विशाल 2 टन की व्हेल शार्क को बचाया गया है. विशाखापत्तनम के तांथडी समुद्र तट पर, कुछ स्थानीय मछुआरों को 18 दिसंबर को मछली पकड़ने के जाल में एक बड़ी शार्क फंसी हुई मिली.

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Whale Whale

आशीष पांडेय

  • विशाखापत्तनम,
  • 23 दिसंबर 2021,
  • अपडेटेड 10:32 AM IST
  • वन विभाग के अधिकारियों ने व्हेल को बचाया
  • मछुआरों के जाल में फंसी दो टन की व्हेल शार्क

आंध्र प्रदेश के विशाखापत्तनम में वन अधिकारियों द्वारा एक विशाल 2 टन की व्हेल शार्क मछली को बचाया गया है. विशाखापत्तनम के तांथडी समुद्र तट पर कुछ स्थानीय मछुआरों को 18 दिसंबर को मछली पकड़ने के जाल में एक बड़ी व्हेल शार्क फंसी हुई मिली. एक स्थानीय वन्यजीव फोटोग्राफर ने इसकी सूचना तुरंत वन विभाग को दी.

डीएफओ विशाखापत्तनम आईएफएस अनंत शंकर के निर्देश के तहत वन विभाग के कर्मचारी मौके पर पहुंचे और दुनिया की सबसे बड़ी मछली और लुप्तप्राय प्रजाति व्हेल शार्क के रूप में इसकी पुष्टि की. वन विभाग, मछुआरों और वन्यजीव संरक्षणवादियों के जबरदस्त कॉर्डिनेशन और सहयोग से 2 टन की व्हेल शार्क को समुद्र में वापस भेजा गया.

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व्हेल शार्क सफलतापूर्वक वापस समुद्र की गहराई में जा चुकी है. डीएफओ ने कहा- पहचान के लिए व्हेल शार्क की तस्वीरें अब मालदीव में शार्क अनुसंधान दल के साथ शेयर की गई हैं. इससे हमें इन्हें बेहतर ढंग से समझने में मदद मिलेगी. 

इसके अतिरिक्त मछुआरों को सलाह दी जाती है और अनुरोध किया जाता है कि ऐसी स्थिति में बचाव और सुरक्षित रिहाई के लिए सीधे वन विभाग से संपर्क करें, क्योंकि इस तरह के कार्यों में, समय का महत्व है. ऐसे में मछली पकड़ने के जाल को किसी भी नुकसान के मामले में मछुआरों को मुआवजा दिया जाएगा.

 

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