तमिलनाडु में संविधान शिल्पी डॉक्टर भीमराव अंबेडकर की पुण्यतिथि पर हंगामा मचा हुआ है. दरअसल, तमिलनाडु के हिंदू समर्थक समूह हिंदू मक्कल काची ने एक पोस्टर शेयर किया था. इस पोस्टर में अंबेडकर का भगवाकरण किया गया है. इसमें अंबेडकर को भगवा शर्ट पहने और माथे पर तिलक लगाए हुए दिखाया गया है. वहीं विदुथलाई चिरुथिगल काची के नेता और सांसद तोलकाप्पियन थिरुमावलवन ने इस घटना पर निशाना साथा है. उन्होंने यह पोस्टर ट्वीट किया. साथ ही कहा कि ऐसा करने वालों को गिरफ्तार किया जाना चाहिए.
इस पोस्टर विवाद पर अब प्रदेश की सिसायत गरमा गई है. पोस्टर की निंदा करते हुए थिरुमावलवन ने कहा कि इस पोस्टर के जरिए अंबेडकर का भगवाकरण कर दिया गया है. थिरुमावलवन ने ट्वीट करते हुए लिखा कि अंबेडकर को भगवा शर्ट और माथे पर चंदन के साथ चित्रित किया है. ऐसा करने वाले लोगों को तुरंत गिरफ्तार किया जाना चाहिए.
वहीं, आजतक से बात करते हुए हिंदू मक्कल काची के नेता अर्जुन संपत ने कहा कि जागरूकता पैदा करने के लिए बीआर अंबेडकर का भगवाकरण किया गया था. थिरुमावलवन के अपने विचार हैं, लेकिन अंबेडकर भगवा प्रेमी थे, क्योंकि उन्होंने बौद्ध धर्म अपना लिया था, जिसका प्रतीक भगवा है.
अर्जुन संपत ने कहा कि अंबेडकर ने तिरुवल्लुवर और वल्लालर को गैर-हिंदू के रूप में स्थापित करने की कोशिश की. हमने तिरुमावलवन के खिलाफ जागरूकता पैदा करने के लिए अंबेडकर का भगवाकरण किया है.
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प्रमोद माधव