केजरीवाल कैबिनेट के दो नए मंत्रियों की ताक़त और कमज़ोरियां क्या हैं? :आज का दिन, 2 मार्च

केजरीवाल कैबिनेट के दो नए मंत्री किस आधार पर चुने गए, आज से शुरू हो रहे रायसीना डॉयलाग 2023 का एजेंडा क्या है, भारत के लिए ये डॉयलॉग अहम क्यों है और भगोड़ा नित्यानंद कैसे एक नया देश बनाकर UN जैसे इन्फ्लुएंशियल ग्लोबल प्लेटफॉर्म तक पहुँच गया? सुनिए 'आज का दिन' में.

Advertisement
DELHI LIQOUR CASE DELHI LIQOUR CASE

कुमार केशव / Kumar Keshav

  • ,
  • 02 मार्च 2023,
  • अपडेटेड 10:02 AM IST

केजरीवाल सरकार की विवादित शराब नीति को लेकर दिल्ली की सियासत उफान पर है. मनीष सिसोदिया की गिरफ़्तारी के बाद भी बीजेपी और कांग्रेस लगातार आम आदमी पार्टी पर हमलावर हैं. पहले से ही जेल में बंद मंत्री सत्येंद्र जैन और अब मनीष सिसोदिया दोनों ने अपने पद से इस्तीफा दे दिया. कल  शाम सीएम अरविंद केजरीवाल ने पार्टी के विधायकों और पार्षदों की बैठक बुलाई और आगे की रणनीति पर चर्चा की. बैठक के बाद मीडिया से बात करते हुए उन्होंने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की तुलना इंदिरा गांधी से की.

Advertisement

उन्होंने जोर देकर कहा कि पीएम इस समय इंदिरा गांधी की तरह अति कर रहे हैं. इस बीच मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने दो नए मंत्रियों का नाम एलजी विनय सक्सेना को भेज दिया है. केजरीवाल ने सौरभ भारद्वाज और आतिशी की तारीफ़ करते हुए कहा कि ये दोनों मनीष सिसोदिया और सत्येंद्र जैन के काम को अब दुगुनी रफ़्तार से आगे बढ़ाएंगे. लेकिन क्या ये सब इतना आसान रहने वाला है? 'आज का दिन' में सुनने के लिए क्लिक करें. 

-----------------------------    
 भारत की एक इंडिपेंडेंट ग्लोबल थिंक टैंक है Observer Research foundation यानी ओआरएफ. यह संस्थान अंतरराष्ट्रीय मामलों पर स्टडी और रिसर्च करता है. विदेश मंत्रालय, ORF के साथ मिलकर एक कार्यक्रम 'रायसीना डॉयलाग' का आयोजन कर रहा है, जो आज से शुरू होकर 4 मार्च तक चलेगा.  इसमें 100 से ज्यादा देशों के रिप्रेजेंटेटिव शिरकत करेंगे और अहम मुद्दों पर अपनी राय रखेंगे. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी इसका उद्घाटन करेंगे और एक खास बात ये भी है कि इटली की प्रधानमंत्री जॉर्जिया मेलोनी इसकी चीफ़ गेस्ट और कीनोट स्पीकर होंगी. मेलोनी ने पिछले साल अक्टूबर में ही पदभार संभाला है. तो ऐसे वक़्त में जब भारत के पास जी 20 समिट की अध्यक्षता है तो उस लिहाज़ से भी इस आयोजन की अहमियत बढ़ जाती है. रायसीना डॉयलाग 2023 का एजेंडा क्या है और भारत के लिए ये डॉयलॉग अहम क्यों है? इटली की प्रधानमंत्री जॉर्जिया मेलोनी इस बार की मुख्य अतिथि हैं रायसीना डॉयलाग में. हाल फ़िलहाल के सालों में इंडिया और इटली के रिश्ते बहुत अच्छे नहीं रहे हैं तो ऐसे में उनका ये दौरा भारत कितना अहम रहने वाला है? 'आज का दिन' में सुनने के लिए क्लिक करें. 

Advertisement

----------------------------------------
सेल्फ स्टाइल्ड गॉड मैन नित्यानंद आजकल फिर से चर्चा में है. ये वही शख़्स है जिस पर भारत में दुष्कर्म के साथ ही कई मामले दर्ज हैं. 2019 में वह देश से फरार हो गया और उसे भगोड़ा घोषित कर दिया गया था. इसके बाद उसने साउथ अमेरिका के इक्वाडोर में जमीन का एक टुकड़ा खरीकर इसे अपना देश घोषित कर दिया. नित्यानंद ने अपने इस स्वघोषित देश का नाम 'कैलासा' रखा और वह इसे 'हिंदू राष्ट्र' बताता है, जहां कथित रूप से हिन्दू मान्यताओं के अनुसार जीवन जीया जाता है. कैलासा की वेबसाइट का दावा है कि इस देश में दुनियाभर में सताए गए हिंदुओं को सुरक्षा दी जाती है. अब नित्यानंद ने कैलासा के प्रतिनिधिमंडल को संयुक्त राष्ट्र की बैठक में भेजने का दावा किया है. पिछले दिनों यूएन की बैठक में शिरकत करती नित्यानंद की प्रतिनिधि विजयप्रिया की तस्वीरें सोशल मीडिया पर वायरल हुईं. मीडिया ख़बरों में कहा गया कि यूएन की इस मीटिंग में विजयप्रिया ने नित्यानंद को हिंदू धर्म का 'सर्वोच्च गुरु' बताया और आरोप लगाया कि भारत में उसे सताया जा रहा है. अब इस मामले ने एक नई बहस को जन्म दे दिया कि नित्यानंद जिसे भारत सरकार भगोड़ा घोषित कर चुकी है और उसका बैकग्राउंड इतना विवादित रहा है वो कैसे एक नया देश बनाकर UN जैसे इन्फ्लुएंशियल ग्लोबल प्लेटफॉर्म तक पहुँच गया? 'आज का दिन' में सुनने के लिए क्लिक करें. 
 

Read more!
Advertisement

RECOMMENDED

Advertisement