केंद्र सरकार की वेबसाइट SAFAR (System of Air Quality and Weather Forecasting And Research) के आंकड़े बताते हैं कि 15 अक्टूबर तक दिल्ली का प्रदूषण बढ़ाने में पराली जलाने का योगदान 6 फीसदी रहा है.
मिनिस्ट्री ऑफ अर्थ साइंसेज की वेबसाइट SAFAR का डेटा कहता है कि 14 अक्टूबर तक दिल्ली के प्रदूषण में पराली का जलाने का योगदान 3 फीसदी था. जबकि 11, 12 और 13 अक्टूबर को पराली की वजह से दिल्ली में मात्र 1 फीसदी प्रदूषण बढ़ा था.
बुधवार को दिल्ली से सटे राज्यों जैसे की हरियणा, पंजाब और दूसरे सीमावर्ती राज्यों में पराली जलाने की घटनाएं बढ़ी है. वेबसाइट के मुताबिक इन जगहों में 740 स्थानों पर खेतों में आग जलने की घटनाएं रिकॉर्ड की गई है.
SAFAR वेबसाइट के मुताबिक इन दिनों इन राज्यों से आने वाली हवा का रुख भी दिल्ली की ओर ही है, इसलिए आने वाले दिनों में दिल्ली की हवा और भी प्रदूषित हो सकती है.
नासा से मिले तस्वीरों से पता चलता है कि पंजाब के अमृतसर, पटियाला, तरन तारन और फिरोजपुर में बड़े पैमाने पर खेतों में पराली जलाए जा रहे हैं. जबकि हरियाणा के अंबाला और राजपुरा में पराली जलाने की घटना सामने आ रही है.
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इस बीच केंद्रीय पर्यावरण मंत्री प्रकाश जावड़ेकर ने कहा है कि पंजाब सरकार को किसानों को पराली जलाने से रोकना चाहिए. उन्होंने कहा, "पंजाब सरकार को किसानों को पराली जलाने से रोकना चाहिए, फिलहाल दिल्ली के प्रदूषण का 4 फीसदी हिस्सा पराली जलाने की वजह से हो रहा है, बाकी 96 प्रतिशत प्रदूषण दिल्ली राज्यों के अपने कारणों की वजह से होता है."
पर्यावरण मंत्री के बयान पर दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने कड़ी आपत्ति जताई. उन्होंने कहा कि अगर पराली जलने से दिल्ली के प्रदूषण में मात्र 4 फीसदी का ही इजाफा होता है तो पिछले पखवाड़े में दिल्ली में प्रदूषण अचानक बढ़ कैसे गया? इससे पहले तो हवा साफ थी. प्रदूषण बढ़ाने की वजहों में भी पिछले दिनों में दिल्ली में इजाफा नहीं हुआ है."
विवाद बढ़ने के बाद केंद्रीय मंत्री को सफाई देनी पड़ी, उन्होंने कहा कि उनके कहने का मतलब ये था कि इस हफ्ते पराली की वजह से दिल्ली में 4 फीसदी प्रदूषण हुआ है, लेकिन जब पराली जलाने का सीजन पीक पर होता है तो इससे 40 फीसदी का तक प्रदूषण होता है.
गुरुवार को दिल्ली की हवा काफी प्रदूषित रही और आसमान पर धुंध छाया रहा. स्वास्थ्य मानकों में दिल्ली की हवा 'बहुत खराब दर्ज' की गई.
दिल्ली सरकार के मंत्री सत्येंद्र जैन और गोपाल राय ने केंद्र सरकार से मांग की है कि दिल्ली और आस पास चल रहे 11 थर्मल पावर प्लांट को बंद किया जाए, ताकि दिल्ली की हवा प्रदूषित न हो.
मिलन शर्मा