मुंबई एक्सप्रेस वे पर रोल्स-रॉयस हादसा मामले में कुबेर के मालिक विकास मालू से अब तक पुलिस ने कोई पूछताछ नहीं की है. नूह पुलिस ने कुबेर के मालिक विकास मालू को नोटिस भेज कर पूछताछ में शामिल होने को कहा था, विकास मालू हादसे में घायल हुआ था और अस्पताल में भर्ती था.
विकास मालू अब अस्पताल से घर आ चुका है, विकास मालू के वकील का कहना है कि हमने पुलिस को जानकारी दे दी है कि विकास घर आ चुका है. नूह पुलिस ने इस मामले की जांच अब लोकल पुलिस से हटाकर CIA को सौंप दी है जो हादसे के हर एंगल पर जांच कर रही है.
हाई- वे पर रोल्स-रॉयस ने एक कैंटर को जोरदार टक्कर मारी थी, जिसमें कैंटर पलट गई थी और हादसे में दो लोगों की मौत हो गई थी. रोल्स-रॉयस गाड़ी कुबेर के मालिक विकास मालू की थी, लेकिन विकास मालू के वकील के मुताबिक गाड़ी उनका ड्राइवर चला रहा था. पुलिस का दावा है कि इस मामले में कुछ लोगों के बयान भी दर्ज हुए हैं.
आज तक/इंडिया टुडे ने सीसीटीवी फुटेज के जरिए खुलासा किया था कि विकास मालू हादसे के दिन दर्जन भर लग्जरी गाड़ियों के काफिले के साथ मुंबई एक्सप्रेस वे से गुजर रहा था. इस मामले में पुलिस ने IPC 279 और 304A के तहत मामला दर्ज किया था. FIR में विकास मालू का नाम नहीं था, मीडिया में खबर चलने के बाद पुलिस ने नोटिस भेजा था.
कौन हैं विकास मालू
विकास मालू कुबेर ग्रुप (Kuber Group) के मालिक हैं. कुबेर ग्रुप ने खैनी के साथ बिजनेस की शुरुआत की थी. कुबेर ग्रुप का कारोबार 50 देशों में फैला हुआ है. कारोबार जगत में विकास मालू का बड़ा नाम है और देश-दुनिया में उनका बड़ा कारोबार है. सबसे पहले विकास मालू को कुबेर एक्वा मिनरल्स प्राइवेट लिमिटेड (KUBER AQUA MINERALS PRIVATE LIMITED) का डायरेक्टर बनाया गया था.
कुबेर मार्ट इंडस्ट्रीज प्राइवेट लिमिटेड को बुलंदी तक पहुंचाने का श्रेय 48 साल के विकास मालू को जाता है. पिछले 36 साल के इतिहास में दुबई स्थित कुबेर ग्रुप ने अपने आप को बाजार के अनुकूल बनाने के लिए आर्थिक तौर पर विकसित किया है. ग्रुप ने एनवी लाइफस्टाइल प्राइवेट लिमिटेड को लक्जरी गुड्स सेगमेंट में बड़ा प्लेयर बनाया है. डेविड ऑफ सिगार कुबेर समूह के पोर्टफोलियो में लक्जरी ब्रांड्स में से एक है.
कितना बड़ा कुबेर खैनी का कारोबार?
कुबेर ग्रुप की नींव 1985 में विकास मालू के पिता मूलचंद मालू ने रखी थी. सबसे पहले उन्होंने खैनी का बिजनेस शुरू किया था. कुबेर खैनी की शुरुआत 1989 में हुई थी. आज के समय में तंबाकू सेगमेंट में ये एक बड़ा ब्रांड है. कुबेर खैनी का केवल भारत में 2 मिलियन डॉलर से ज्यादा का कारोबार है.कंपनी के मुताबिक, देश में कुल 14 लाख वेंडर हैं, इसके अलावा कई देशों में एक्सपोर्ट भी किया जाता है.
अरविंद ओझा