दिवाली पर PM मोदी का देशवासियों के नाम पत्र... 'ऑपरेशन सिंदूर में हमने अन्याय का बदला लिया'

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी देशवासियों को भेजे गए अपने पत्र में लिखा, "यह दीपावली खास है, क्योंकि इस बार देश भर के कई ज़िलों, जिनमें दूरदराज के क्षेत्र शामिल हैं, वहां भी दीये जलाए जाएंगे. ये वे ज़िले हैं, जहां से नक्सलवाद और माओवादी आतंकवाद को जड़ से खत्म कर दिया गया है."

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पीएम मोदी ने नागरिकों के नाम लिखे पत्र में कई मौजूदा मुद्दों का जिक्र किया है (File Photo: ITG) पीएम मोदी ने नागरिकों के नाम लिखे पत्र में कई मौजूदा मुद्दों का जिक्र किया है (File Photo: ITG)

aajtak.in

  • नई दिल्ली,
  • 21 अक्टूबर 2025,
  • अपडेटेड 11:15 AM IST

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने दीपावली के मौके पर देशवासियों को एक पत्र लिखकर हार्दिक शुभकामनाएं दी हैं. पीएम ने बताया कि यह अयोध्या में राम मंदिर के भव्य निर्माण के बाद दूसरी दीपावली है. उन्होंने कहा कि भगवान श्री राम हमें धर्म का पालन करना और अन्याय से लड़ने का साहस देते हैं. इसका जीवंत उदाहरण कुछ महीने पहले हुए ऑपरेशन सिंदूर में देखा गया, जब भारत ने धर्म का पालन किया और अन्याय का बदला लिया.

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प्रधानमंत्री ने अपने पत्र में कहा कि हाल के दिनों में कई लोगों ने हिंसा का रास्ता छोड़कर विकास की मुख्यधारा को अपनाया है और संविधान में यकीन जताया है. पीएम ने इसे राष्ट्र के लिए एक बड़ी उपलब्धि बताया. 

उन्होंने कहा कि इन ऐतिहासिक उपलब्धियों के बीच, देश ने हाल के दिनों में नेक्स्ट-जनरेशन सुधारों की शुरुआत की है. नवरात्रि के पहले दिन कम जीएसटी दरें लागू की गईं.

विकसित भारत के लिए नागरिकों के कर्तव्य...

पीएम मोदी ने बताया कि जीएसटी बचत उत्सव के दौरान नागरिकों की हज़ारों करोड़ रुपये की बचत हो रही है. उन्होंने कहा कि कई संकटों से गुजर रही दुनिया में भारत स्थिरता और संवेदनशीलता दोनों का प्रतीक बनकर उभरा है. भारत निकट भविष्य में दुनिया की तीसरी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था बनने की दिशा में आगे बढ़ रहा है. विकसित और आत्मनिर्भर भारत की इस यात्रा में, नागरिकों की प्राथमिक जिम्मेदारी राष्ट्र के प्रति अपने कर्तव्यों को पूरा करना है.

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'स्वदेशी अपनाएं और स्वस्थ रहें'

प्रधानमंत्री ने अपने पत्र में देशवासियों से 'स्वदेशी' अपनाने और 'यह स्वदेशी है!' कहने का आग्रह किया. उन्होंने 'एक भारत, श्रेष्ठ भारत' की भावना को बढ़ावा देने, सभी भाषाओं का सम्मान करने और स्वच्छता बनाए रखने की अपील की. उन्होंने स्वास्थ्य को प्राथमिकता देने और भोजन में तेल का उपयोग 10% कम करने के साथ योग को अपनाने का सुझाव दिया. उन्होंने कहा कि ये सभी कोशिश हमें 'विकसित भारत' की ओर तेज़ी से ले जाएंगे.

 
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