PM मोदी की साधना का दूसरा दिन, कन्याकुमारी में की सूर्य की पूजा, विवेकानंद की प्रतिमा पर अर्पित किए पुष्प

कन्याकुमारी के विवेकानंद रॉक मेमोरियल पर पीएम मोदी की साधना का आज दूसरा दिन है जो दोपहर करीब डेढ़ बजे पूरा हो गया. इससे पहले पीएम ने शनिवार की सुबह की शुरुआत सूर्य पूजा के साथ की. इसके बाद पीएम मोदी ने स्वामी विवेकानंद की प्रतिमा पर पुष्प अर्पित किए और हाथों में जप माला लेकर मंदिक का परिक्रमा किया. पीएम मोदी इसके बाद तमिल कवि को श्रद्धांजलि देने जाएंगे.

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कन्याकुमारी में पीएम मोदी के साधना का आज दूसरा दिन कन्याकुमारी में पीएम मोदी के साधना का आज दूसरा दिन

aajtak.in

  • तमिलनाडु,
  • 01 जून 2024,
  • अपडेटेड 2:07 PM IST

कन्याकुमारी के विवेकानंद रॉक मेमोरियल पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की साधना का आज दूसरा दिन है. इसको लेकर अधिकारियों ने बताया कि पीएम मोदी ने शनिवार को  सूर्योदय के दौरान 'सूर्य अर्घ्य' देने के बाद अपने ध्यान के दूसरे और अंतिम दिन की शुरुआत की. पीएम ने दोपहर 1.30 बजे अपना ध्यान समाप्त किया.

पीएम मोदी ने शनिवार को सुबह की शुरुआत 'सूर्य को अर्घ्य' देने से किया जो आध्यात्मिक अभ्यास से जुड़ा एक अनुष्ठान है जिसमें भगवान सूर्य के रूप में प्रकट सर्वशक्तिमान को नमस्कार करना भी शामिल है. एक अधिकारी ने बताया कि पीएम ने एक पारंपरिक छोटे से बर्तन में समुद्र का पानी अर्घ्य के रूप में भरा और जप माला का उपयोग करके प्रार्थना की.

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इस दौरान पीएम मोदी ने भगवा वस्त्र पहने हुए थे और उन्होंने स्वामी विवेकानन्द की प्रतिमा पर पुष्पांजलि भी अर्पित की थी. उन्होंने अपने हाथों में 'जप माला' लेकर मंडपम के चारों तरफ परिक्रमा भी की.

बता दें कि कन्याकुमारी अपने सूर्योदय और सूर्यास्त के लिए प्रसिद्ध है और यह रॉक मेमोरियल तटरेखा के पास एक छोटे से टापू पर बनाया गया है.

विवेकानंद रॉक मेमोरियल में पीएम मोदी ने 30 मई की शाम को ध्यान शुरू किया और शनिवार की दोपहर को यह पूरा होगा. पीएम मोदी आखिरी चरण के लिए चुनाव के लिए प्रचार अभियान खत्म होने के बाद तमिलनाडु के कन्याकुमारी पहुंचे थे.

गुरुवार को कन्याकुमारी पहुंचने के बाद पीएम मोदी ने सबसे पहले उस मंदिर में पूजा-अर्चना की थी जो देवी कन्याकुमारी को समर्पित है. इस मंदिर को भगवती अम्मन मंदिर भी कहा जाता है. 

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बता दें कि 131 साल पहले जब स्वामी विवेकानंद 1892 में कन्याकुमारी आए थे, तब उन्होंने भी समुद्र की शिला पर ध्यान लगाने से पहले इसी मंदिर में भक्तिपाठ किया था और आज प्रधानमंत्री मोदी ने भी अपना ध्यान इसी मंदिर में दर्शन के साथ शुरू किया है.
 

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इनपुट - अक्षिता

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