पिछले कई महीनों से जिस घड़ी का सभी लोग बेसब्री से इंतजार कर रहे थे वो आखिर आ ही गई. आज प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी दुनिया के सबसे बड़े वैक्सीनेशन प्रोग्राम का शुभारंभ करेंगे. सबसे पहले एक करोड़ 60 लाख कर्मचारियों को टीका लगेगा जो जरूरी सेवाओं से जुड़े हैं. इनमें 51 लाख 82 हजार से ज्यादा हेल्थकेयर वर्कर्स शामिल हैं. लोगों के मन में वैक्सीन को लेकर कई सवाल हैं, ऐसे ही पूर्वी दिल्ली के स्टेट कैंसर इंस्टीट्यूट की नर्स, जिनका नाम वैक्सीन लगवाने की लिस्ट में शामिल है उन्होंने कहा कि थोड़ा सा डर है लेकिन डर के आगे जीत है.
पहले फेज में जिन 60 लाख कर्मचारियों को टीका लगना है, उनमें हेल्थकेयर वर्कर्स के अलावा 4,31,241 सुरक्षाकर्मी, 1,03,66,219 सोशल मीडिया/रुरल वॉरियर्स, 1,05,731 पोस्ट डिलीवरी वॉरियर्स शामिल हैं. वैक्सीनेशन अभियान के लिए सभी राज्यों और केंद्रशासित प्रदेशों में कुल 3006 वैक्सीनेशन सेंटर्स बनाए गए हैं. पहले दिन लगभग 3 लाख हेल्थ वर्कर्स को वैक्सीन लगाई जाएगी. पहले दिन सभी सेंटर्स पर 100 लाभार्थियों को वैक्सीन लगेगी.
कोरोना वैक्सीन को लेकर अहम बात ये है कि 18 साल से अधिक उम्र वालों को ये वैक्सीन सबसे पहले लगाई जाएगी. केंद्र सरकार के आदेशानुसार ये फैसला लिया गया है. साथ ही जो महिलाएं गर्भवती हैं या फिर स्तनपान कराती हैं, उन्हें कोरोना वैक्सीनेशन की लिस्ट में शामिल नहीं किया गया है. साथ ही दूसरी डोज उसी वैक्सीन की होनी चाहिए जिसमें पहली डोज ली गई थी यानी कि वैक्सीन के इंटरचेंजिंग की इजाजत नहीं है
जानें वैक्सीनेशन की प्रक्रिया
कोरोना वैक्सीन लगवाने से पहले कोविन ऐप के जरिए रजिस्ट्रेशन करवाना जरूरी है. वैक्सीनेशन प्रोग्राम के दौरान फोटो आईडी प्रूफ की जरूरत होगी. इसके बाद शेड्यूल के आधार पर आपको मैसेज आएगा, जिसमें आपको जानकारी दी जाएगी कि वैक्सीनेशन कब और कहां होगा.
इसके बाद आपको आपके रजिस्टर्ड मोबाइल नंबर पर लिंक आएगा. जिसके जरिए आप क्यूआर कोड आधारित ई-सर्टिफिकेट डाउनलोड कर पाएंगे. लेकिन इसके लिए आपको वैक्सीन की दो डोज और कोविन ऐप पर रजिस्ट्रेशन करना जरूरी है.
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