संसद में कांग्रेस की ओर से लाए गए अविश्वास प्रस्ताव पर बोलते हुए केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने कहा कि इस समय पूरी दुनिया आर्थिक संकट से जूझ रही है. अमेरिका और चीन जैसी बढ़ी इकोनॉमी डाउनग्रेड हो रही हैं, जबकि भारत दुनिया की फास्टेस्ट ग्रोइंग इकोनॉमी बनी हुई है. इस दौरान निर्मला ने यूपीए और मोदी सरकार में अंतर बताया. उन्होंने कहा कि आप जनता से कहते थे मिलेगा, जबकि हम कहते हैं मिल गया.
वित्त मंत्री ने भारत की फास्टेस्ट ग्रोइंग इकोनॉमी का श्रेय पीएम मोदी को देते हुए कहा कि प्रधानमंत्री ने हमारी पॉलिसी को सुधारा, जिसकी वजह से हम कोरोना के बुरे दौर को पीछे छोड़ते हुए आगे बढ़ पाए. उन्होंने कहा कि जब हम सबका साथ, सबका विकास, सबका प्रयास और सबका विश्वास पर काम करते हैं. आज जनधन, आयुष्कान भारत, जन औषधि जैसी योजनाओं के जरिए सबका विकास कर रहे हैं.
छह दशक से सुन रहे गरीबी हटाओ का नारा: निर्मला
उन्होंने कहा, गरीबी हटाओ का नारा हम छह दशकों से सुन रहे थे, लेकिन कभी नहीं हटाया गया. आज हम गरीबी को कम कर पा रहे हैं. यूपीए सरकार ने पोस्ट डेटेट चेक दिया था. हमारी सरकार में ये बदलाव हुआ है. पहले आप कहते थे कि ये होगा, वो होगा, लेकिन हम कहते हैं कि ये हो गया है, वो गया है.
यूपीए के समय बिजली आएगी, अब आ गई: निर्मला सीतारमण
निर्मला सीतारमण ने कहा, "यूपीए के समय बिजली आएगी. अभी बिजली आ गई है. गैस कनेक्शन मिलेगा, अब मिल गया है. वाटर कनेक्शन मिलेगा, अब मिल गया है. पीएम आवास का घर बनेगा, अभी मिल गया है. टॉयलेट बनेगा, अब बन गया है. गांव में सड़क बनेगी, अभी बन गई है. हाइवे बनेगा, अब बन चुका है, पुल बनेगा कहते थे, बन गया है, पोर्ट्स बनेगा, बन गया है. एयरपोर्ट बन गया है, बैंक अकाउंट खुलेगा, खुल गया है. एमएसएमई लोन मिलेगा, मिल गया है. सस्ती दवाई और सस्ती स्वास्थ्य सुविधाएं मिल गई हैं. आसानी से राशन मिलेगा, अब मिल गया है. आप जनता को सपने दिखाते हैं, हम साकार करते हैं.
वित्त मंत्री ने बताए आंकड़े
इस दौरान वित्त मंत्री ने यूपीए और मोदी सरकार के दोनों कार्यकालों की तुलना करते हुए बताया कि पहले किन योजनाओं पर कितना खर्च होता था और अब मोदी सरकार के दौरान कितना खर्च किया जा रहा है.
2014 में कैपिटल एक्सपेंडीचर (सार्वजनिक निर्माण कार्यों में) 3.92 लाख करोड़ रुपये होता था, जोकि अब बढ़कर 10.9 लाख करोड़ रुपये हो गया है. ऐसे ही कृषि बजट 21,933 करोड़ से बढ़कर 1.25 लाख करोड़ पहुंच गया है. फॉरेन रिजर्व 313 बिलियन से बढ़कर 600 बिलियन पहुंच गया है. 2014 में जहां डिफेंस एक्सपोर्ट 1941 करोड़ का था, जोकि आज बढ़कर 16 हजार करोड़ हो चुका है.
किसान को क्रेडिट मिलने में बहुत दिक्कत होती थी. 2014 से पहले जहां 8.5 लाख करोड़ था, आज बढ़कर 21.67 लाख करोड़ हो गया है. फूड प्रोडक्शन जरूरी है. हमें फूड सिक्योरिटी के लिए चाहिए. 2014 में ये 265 मीट्रिक टन था अब बढ़कर 323.5 मिलियन टन हो गया है. टैप वाटर कनेक्शन 3.2 करोड़ घरों से बढ़कर 12.7 करोड़ घरों तक पहुंच गया.
मोदी सरकार में हर साल बने 44 नए विश्वविद्यालय
इसके अलावा वित्त मंत्री ने बताया कि 2014 से पहले देश में 723 यूनिवर्सिटी थीं, जो अब बढ़कर 1113 हो गई हैं. 390 नए विश्वविद्यालय बने हैं. यानी कि 44 नए विश्वविद्यालय हर साल बना रहे हैं. ऐसे ही एयरपोर्ट की संख्या 74 से बढ़कर 148 हो गई है. हाईवे 91,287 किमी से बढ़कर 1.45 किमी तक पहुंच गए हैं. ग्लोबल रैंकिंग में हमारा देश 10वीं रैंक पर था, आज हम 5वीं पर आ गए हैं.
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