विदेशों में भारतीय दूतावास पर जिस तरीके से खालिस्तानी आतंकी इस समय हमला करने में जुटे हुए हैं, ऐसे में भारतीय खुफिया एजेंसी और एनआईए (NIA) ने इन खालिस्तानियों के खिलाफ कार्रवाई का पूरा मन बना लिया है.
सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक खुफिया एजेंसी और एनआईए ने विदेशों में रह रहे खालिस्तानी आकाओं की पूरी लिस्ट तैयार की है. इस लिस्ट में सबसे ऊपर नाम सिख फॉर जस्टिस के भगोड़े आतंकी गुरपतवंत सिंह पन्नू का है.
साथ ही दूसरे खालिस्तानी संगठनों से जुड़े आतंकियों के भी नाम इस लिस्ट में दर्ज किए गए हैं. इस लिस्ट का बनाने का मकसद यह है कि इन खालिस्तानी आतंकवादियों को चिन्हित कर उनके खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जा सके.
सुरक्षा एजेंसियों ने तैयार किया है डोसियर
खूफिया सूत्रों के मुताबिक NIA, IB और राज्यों की पुलिस के साथ सुरक्षा एजेंसियों ने एक डोसियर तैयार किया. जिसका मकसद यह है कि विदेशों में बैठे खालिस्तानियों पर चुन-चुन कर कार्रवाई हो. हाल ही में UK, USA और कनाडा के दूतावास में हुए हमले के मामले में NIA ने प्रो- खालिस्तानी और खालिस्तानी आतंकियों की पूरी लिस्ट तैयार की.
विदेशों में बैठे सिख फॉर जस्टिस (SFJ), बब्बर खालसा इंटरनेशनल (BKI), खालिस्तानी लिबरेशन फोर्स (KLF), खालिस्तान टाइगर फोर्स (KT F), खालिस्तान ज़िंदाबाद फोर्स (KZF), खालिस्तान कमांडो फ़ोर्स (KCF) इंटरनेशनल सिख यूथ फेडरेशन (ISYF) और दल खालसा इंटरनेशनल (DKI) के सदस्यों की लिस्ट तैयार की गई है.
इसमें कई खालिस्तानी आतंकियों के खिलाफ LOC (लुक आउट सर्कुलर) भी जारी किया जा चुका है. जिस तरीके से यह खालिस्तानी आतंकी पिछले कुछ महीनों में विदेशों में भारतीय दूतावास के बाहर प्रदर्शन और हमला किया उसके बाद यह तय किया गया कि इनके खिलाफ कड़ी कार्रवाई किया जाए.
हाल ही में एनआईए ने लंदन में भारतीय दूतावास पर हुए हमले के मामले में केस भी दर्ज किया है और 45 से ज्यादा लोगों की तस्वीरें जारी कर उनके बारे में विस्तृत जानकारी हासिल की है. यही नहीं एनआईए की टीम ने ब्रिटेन में जाकर दूतावास का ग्राउंड इन्वेस्टिगेशन भी किया है.
सैन फ्रांसिस्को जा सकती है एनआईए की टीम
सूत्रों के मुताबिक, NIA की 5 सदस्यीय टीम जल्द ही 17 जुलाई के बाद अमेरिका के सैन फ्रांसिस्को (San Francisco) जाएगी. यहां NIA कांसुलेट में हुए हमले की जांच करेगी. एनआईए ने हाल ही में अमेरिका के सैन फ्रांसिस्को के भारतीय कॉन्सुलट में हमले के मामले की जांच पर एफआईआर दर्ज की है.
इसके साथ ही कनाडा में भारतीय दूतावास पर सिख फॉर जस्टिस और दूसरे संगठनों के द्वारा हुए हमले के मामले की जांच भी एनआईए ने टेकओवर कर लिया है. इन दोनों हमलों की जांच गृह मंत्रालय ने एनआईए को सौंपी थी.
माना यह जा रहा है कि 2 जुलाई को सैन फ्रांसिस्को के कॉन्सुलट में आग लगाकर जलाने की जो कोशिश की गई. उस मामले की जांच भी एनआईए ही करेगी. इन सब के पीछे मकसद यह है कि जिस तरीके से आईएसआई के इशारे पर खालिस्तानी संगठन भारतीय दूतावास और उनके अधिकारियों को निशाना बनाने की फिराक में है वैसे मैं इन पर लगाम लगाने की भारतीय सुरक्षा एजेंसियों ने भी पूरी तैयारी कर ली है.
डेजिग्नेटिड टेररिस्ट घोषित किया गया है पन्नू
विदेशी धरती से भारत के खिलाफ प्रोपेगेंडा चला रहे खालिस्तानी आतंकियों की पूरी जन्म कुंडली एनआईए के पास मौजूद है. एनआईए ने हाल ही में अमेरिका में रह रहे सिख फॉर जस्टिस के मुखिया गुरपतवंत सिंह पन्नू को डेजिग्नेटिड टेररिस्ट घोषित किया है. पन्नू समय-समय पर भारत के खिलाफ आग उगलता रहा है.
हाल ही में उसने कनाडा में मारे गए हरदीप सिंह निज्जर के मामले को लेकर भारतीय दूतावास के सामने प्रदर्शन करने और अधिकारियों को जान से मारने की धमकी दी है. गुरपतवंत सिंह पन्नू की इस धमकी को भारतीय सुरक्षा एजेंसियां बहुत ही गंभीरता से ले रही हैं. यही वजह है कि एनआईए ने इन सब की कुंडली एक बार फिर खंगालना शुरू कर दिया है. सुरक्षा एजेंसियों की लिस्ट में सबसे ऊपर सिख फ़ॉर जस्टिस का भगोड़ा गुरपतवंत सिंह पन्नू है.
लिस्ट में किसके-किसके नाम
1. गुरपतवंत सिंह पन्नू -USA
2. परमजीत सिंह पम्मा- UK
3. वाधवा सिंह बब्बर उर्फ चाचा- पाकिस्तान
4. कुलवंत सिंह मुठड़ा- UK
5. जे इस धालीवाल -USA
6. सुखपाल सिंह-UK
7. हरप्रीत सिंह उर्फ राना सिंह-न्यूयॉर्क US
8. सरबजीत सिंह बेनूर-UK
9. कुलवंत सिंह उर्फ कांता-UK
10. हारजप सिंह उर्फ जप्पी सिंह- कैलिफोर्निया (US)
11. रणजीत सिंह नीता-लाहौर पाकिस्तान
12. गुरमीत सिंह उर्फ बग्गा उर्फ बाबा
13. गुरप्रीत सिंह उर्फ बागी- UK
14. जसमीत सिंह हक़ीमजादा- दुबई ड्रग स्मगलर
15. गुरजंत सिंह ढिल्लन- ऑस्ट्रेलिया
16. लखबीर सिंह रोड़े- यूरोप कनाडा
17. अमरदीप सिंह पूरेवाल- कैलिफोर्निया US
18. जतिंदर सिंह ग्रेवाल-कनाडा
19. दुपिंदर जीत -UK
20. एस. हिम्मत सिंह-न्यूयॉर्क अमरीका
ISI के प्लान K के पीछे क्या है चाल ?
भारतीय सुरक्षा एजेंसियां एक ओर जहां विदेशों में रह रहे खालिस्तानी आतंकवादियों की लिस्ट तैयार कर उनके खिलाफ कड़ी कार्रवाई करने का प्लान तैयार किया है. तो वहीं पाकिस्तानी खुफिया एजेंसी आईएसआई दूसरे प्लान पर काम कर रही है.
सूत्रों का कहना है कि आईएसआई इस वक्त पाकिस्तान के काम में न आने वाले खालिस्तानी आतंकवादियों को "यूज एंड थ्रो " की पॉलिसी के तहत खत्म करवा रही है. हाल के दिनों में पाकिस्तान की खुफिया एजेंसी आईएसआई ने विदेशों में रह रहे ऐसे पांच खालिस्तानी आतंकियों की किसी न किसी रूप में या तो हत्या करवा दी है या फिर वह दूसरे तरीके से मारे गए हैं.
आतंकियों को डरा रहा मौत का डर
पाक समर्थित आतंकी चाहे कश्मीरी मूल के हों या फिर खालिस्तानी इस समय काफी आशंकित हैं कि पाकिस्तान की खुफिया एजेंसी ISI कहीं दूसरे आतंकियों की तरह यूज एंड थ्रो पॉलिसी के तहत षड्यंत्र रचकर मरवा न दें. यही वजह है कि डर के मारे बहुत से मोस्ट वांटेड आतंकी अपने घरों में दुबके हुए हैं.
खुफिया एजेंसियों के सूत्रों ने आजतक को बताया है किपाकिस्तान और पाकिस्तान के समर्थन से विदेशों में बैठकर भारत के खिलाफ साजिश रचने वाले आतंकी डरे हुए हैं. यही नहीं पाकिस्तान में छुपे आतंकी जो अब उसके किसी काम के नहीं रह गए हैं, उन्हे यूज़ एंड थ्रो पालिसी के तहत मार दिया जा रहा है.
तीन महीने में 5 आतंकियों की संदिग्ध मौत
3 महीने में ऐसे 5 आतंकियों की संदिग्ध परिस्थितियों में मौत या हत्या हो चुकी है. इन हत्या-मौतों की फेहरिस्त में 26/11 का मास्टरमाइंड, हिजबुल आतंकी और खालिस्तानी आतंकी और कनाडा में बैठे SFJ का आतंकी हरदीप निज्जर शामिल हैं. हालांकि भारतीय एजेंसियों ने अभी हरदीपसिंह निज्जर के मारे जाने की आधिकारिक पुष्टि नहीं की है पर सूत्रों के मुताबिक, कनाडा के एक गुरुद्वारे में हरदीप सिंह निज्जर को संदिग्ध परिस्थितियों मार दिया गया.
जितेंद्र बहादुर सिंह