सेंट्रल इन्वेस्टिगेशन एजेंसी ने NEET-UG परीक्षा पेपर लीक मामले में तीसरी चार्जशीट दाखिल की है. यह चार्जशीट पटना की स्पेशल सीबीआई कोर्ट में दायर की गई है, जिसमें 21 आरोपियों के नाम शामिल हैं.
सीबीआई ने आरोप लगाया है कि NEET-UG 2024 के पेपर्स से भरे ट्रंक 5 मई की सुबह हजारीबाग के ओएसिस स्कूल में पहुंचाए गए और एक नियंत्रण कक्ष में रखे गए. ट्रंक पहुंचने के तुरंत बाद, स्कूल के प्रिंसिपल एहसानुल हक और डिप्टी प्रिंसीपल इम्तियाज आलम ने मास्टरमाइंड पंकज कुमार को नियंत्रण कक्ष में प्रवेश करने की इजाजत दी, जहां ट्रंक रखे गए थे.
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एमबीबीएस के स्टूडेंट्स ने सॉल्व किए थे पेपर
एहसान और इम्तियाज को पहले ही इस मामले में चार्जशीट किया जा चुका है. पंकज कुमार जमशेदपुर से सिविल इंजीनियरिंग की पढ़ाई की है, जिसने नियंत्रण कक्ष में रखे ट्रंक को खोला और पेपर को एक्सेस किया था. सीबीआई ने कमरे से सीसीटीवी फुटेज भी जब्त की है. परीक्षा की सुबह, एम्स पटना, रिम्स रांची और भारतपुर के एक मेडिकल कॉलेज के सात एमबीबीएस छात्रों के एक समूह ने हजारीबाग में पेपर हल किया. एजेंसी ने इन कथित सॉल्वरों को गिरफ्तार कर लिया है.
सॉल्वरों को कर लिया गया अरेस्ट
सीबीआई के एक प्रवक्ता के मुताबिक, "हल किए गए पेपर्स को उन चुनिंदा छात्रों के साथ साझा किया गया, जिन्होंने आरोपियों को पैसे दिए थे. अधिकांश सॉल्वरों की पहचान कर ली गई है और उन्हें गिरफ्तार किया गया है. उन्हें खासतौर पर साजिश का हिस्सा बनाने के लिए हजारीबाग लाया गया था." जांच में पंकज कुमार की सहायता करने वाले गैंग के अन्य सदस्य भी चिन्हित किए गए हैं, जिनमें से कई की गिरफ्तारी हो चुकी है.
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पेपर का लाभ उठाने की पहचान जारी
सीबीआई ने बयान में कहा, "इस समूह को उन लोगों का समर्थन मिला, जिन्होंने उम्मीदवारों के लिए घर का भी बंदोबस्त किया, जबकि अन्य ने उनके ट्रांसपोर्टेशन की व्यवस्था की. हल किए गए पेपर्स का लाभ उठाने वाले उम्मीदवारों का पता लगाया जा रहा है और जरूरी कार्रवाई की जाएगी.
अरविंद ओझा