मणिपुर में सुरक्षा बलों का बड़ा ऑपरेशन, बरामद किए भारी मात्रा में हथियार और विस्फोटक

मणिपुर के पहाड़ी जिलों में सुरक्षा बलों ने खुफिया जानकारी के आधार पर एक साथ कार्रवाई कर 87 हथियार, 57 राउंड गोला-बारूद, 22 ग्रेनेड, 5 लठोडे बम और 28 स्थानीय पोम्पी बंदूकें बरामद की हैं. 23 रेडियो सेट और बुलेटप्रूफ प्लेट्स भी जब्त हुईं. ये कार्रवाई इलाके में शांति बनाए रखने और आतंकवादी गतिविधियों को रोकने के लिए अहम कदम है.

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aajtak.in

  • नई दिल्ली ,
  • 18 सितंबर 2025,
  • अपडेटेड 9:47 PM IST

मणिपुर में सुरक्षा बलों ने एक बड़ी आतंकवाद-रोधी सफलता हासिल की है. उन्होंने राज्य के पहाड़ी जिलों से बड़ी मात्रा में हथियार, गोला-बारूद, विस्फोटक और युद्ध सामग्री बरामद की है. ये बरामदगी पिछले कुछ दिनों में किए गए व्यापक ऑपरेशनों के बाद हुई. खुफिया जानकारी मिलने के बाद मणिपुर पुलिस, असम राइफल्स, भारतीय सेना और केंद्रीय सशस्त्र पुलिस बलों (CAPFs) की संयुक्त टीमों ने चुराचंदपुर, चांदेल और तेंगनुपाल जिलों के संदिग्ध इलाकों में एक साथ खोजी अभियान शुरू किया.

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इन ऑपरेशनों में कुल 87 हथियार बरामद हुए, जिनमें एक एम16 राइफल, एक एमए1 राइफल, एक इंसास राइफल, एक 9mm FGC MK-II राइफल, दो .303 राइफलें, एक कार्बाइन, 37 अलग-अलग सिंगल-बैरल बंदूकें, एक डबल-बैरल बंदूक, 11 पिस्तौलें, तीन लठोडे और 28 स्थानीय स्तर पर बनी पोम्पी बंदूकें शामिल हैं. 

सुरक्षा बलों ने साथ ही 57 राउंड गोला-बारूद और विस्फोटक भी जब्त किए जिनमें 22 ग्रेनेड, पांच लठोडे बम और 30 विभिन्न प्रकार की गोलियां शामिल हैं. इसके अलावा 23 रेडियो सेट, दो चार्जर और दो बुलेटप्रूफ जैकेट प्लेट्स (BPJ) भी बरामद हुए. सुरक्षा बलों का कहना है कि यह बरामदगी इलाके में शांति और सुरक्षा बनाए रखने के लिए महत्वपूर्ण कदम है.

कहां से चलता है हथियारों का काला बाजार 

प्राप्त जानकारी के मुताबिक मणिपुर के जंगलों में बरामद हथियारों का स्रोत मुख्य रूप से म्यांमार है. राज्य की 400 किमी लंबी सीमा पर तस्करी आसान है. यहां हथियार, विस्फोटक और ड्रग्स (हिरोइन, अफीम) चोरी-छिपे आते हैं. संयुक्त राष्ट्र कार्यालय ऑन ड्रग्स एंड क्राइम (UNODC) की 2024 रिपोर्ट के मुताबिक 'गोल्डन ट्रायंगल' (म्यांमार-लाओस-थाईलैंड) से भारत में 70% अफीम आती है और उग्रवादी समूह इसे फंडिंग के लिए बेचते हैं.

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कुकी उग्रवादी समूह जैसे कूकी नेशनल आर्मी (KNA) और मेइतेई समूह जैसे रिवॉल्यूशनरी पीपुल्स फ्रंट (RPF) हथियारों की होड़ में लगे हैं.जुलाई 2025 में ही सुरक्षा बलों ने हिल जिलों में 203 हथियार और विस्फोटक बरामद किए जिसमें 8,665 गोलियां शामिल थीं. इसी तरह 26 जुलाई को वैली क्षेत्र में 90 फायरआर्म्स और 728 राउंड्स अम्निशन मिले.

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