ITBP के 'कोरोना वॉरियर्स' का पासिंग आउट परेड, सेवा के लिए मिला सम्मान

पासिंग आउट परेड में इन नए अधिकारियों ने राष्ट्र की सेवा के लिए खुद को समर्पित करने की शपथ ली. आईटीबीपी के डीजी संजय अरोड़ा ने युवा डॉक्टर्स को रैंक लगाए.

Advertisement
ITBP के डीजी ने किया पासिंग आउट परेड का निरीक्षण ITBP के डीजी ने किया पासिंग आउट परेड का निरीक्षण

कमलजीत संधू

  • मसूरी,
  • 16 अक्टूबर 2021,
  • अपडेटेड 3:46 PM IST
  • मसूरी में पूरी हुई आईटीबीपी के डॉक्टर्स की ट्रेनिंग
  • डॉक्टर विशाल चौधरी को बेस्ट ट्रेनी का पुरस्कार

भारत-तिब्बत सीमा पुलिस (आईटीबीपी) के 38 युवा डॉक्टरों के एक समूह ने 24 हफ्ते का प्रशिक्षण पूरा कर लिया है. बेसिक ट्रेनिंग के बाद सहायक कमांडेंट/ चिकित्सा अधिकारियों के एक बैच को राजपत्रित अधिकारी कम्बैटाइजेशन कोर्स कराया गया. प्रशिक्षण पूरा होने के बाद मसूरी स्थित आईटीबीपी अकादमी के परेड ग्राउंड में पासिंग आउट परेड और शपथ ग्रहण समारोह आयोजित किया गया.

Advertisement

पासिंग आउट परेड में इन नए अधिकारियों ने राष्ट्र की सेवा के लिए खुद को समर्पित करने की शपथ ली. आईटीबीपी के डीजी संजय अरोड़ा ने युवा डॉक्टर्स को रैंक लगाए. इस प्रशिक्षण के दौरान इन चिकित्सा अधिकारियों ने दिल्ली के छतरपुर स्थित राधा स्वामी सत्संग ब्यास के आश्रम में सरदार पटेल कोविड केयर सेंटर (एसपीसीसीसी) में COVID-19 की ड्यूटी पर तैनात रहकर सेवा भी दी. इनमें 14 महिला चिकित्सक भी शामिल हैं.

कोविड -19 की पहली और दूसरी लहर के दौरान आईटीबीपी की ओर से संचालित एसपीसीसीसी ने 13000 से अधिक कोरोना संक्रमितों का उपचार किया. इन प्रशिक्षु अधिकारियों को प्रशिक्षण अवधि के दौरान ही महानिदेशक के प्रशस्ति पत्र और प्रतीक चिह्न से सम्मानित किया गया था. इन अधिकारियों को टैक्टिक्स, वेपन हैंडलिंग, फिजिकल ट्रेनिंग, इंटेलिजेंस, फील्ड इंजीनियरिंग, मैप रीडिंग, एडमिनिस्ट्रेशन, लॉ और ह्यूमन राइट्स जैसे विषयों में प्रशिक्षित किया गया.

Advertisement
डॉक्टर विशाल को बेस्ट ट्रेनी का पुरस्कार

आईटीबीपी के महानिदेशक श्री संजय अरोरा ने परेड की सलामी ली और अपने संबोधन में पास आउट हो रहे अधिकारियों को शुभकामनाएं दीं. उन्होंने युवा अधिकारियों को गौरवशाली इतिहास और बल के अनुशासन के उच्च मानकों की याद दिलाई और कहा कि आईटीबीपी को 18800 फीट तक की ऊंचाई पर सीमा चौकियों पर अत्यंत कठोर इलाकों में तैनात किया जाता है जहां तापमान माइनस 45 डिग्री तक गिर जाता है. हिमालय में उच्च ऊंचाई वाली सीमाओं की रक्षा के अलावा, बल आंतरिक सुरक्षा, आपदा प्रबंधन आदि में भी तैनात है.

डॉक्टर विशाल को बेस्ट ट्रेनी पुरस्कार

डॉक्टर विशाल चौधरी को बैच के बेस्ट इन इंडोर, बेस्ट इन आउटडोर और ओवरऑल बेस्ट ट्रेनी का पुरस्कार प्रदान किया गया. अकादमी के निदेशक आईजडी नीलाभ किशोर ने अतिथियों और स्थानीय प्रशासन के अधिकारियों का स्वागत किया. ब्रिगेडियर (डॉक्टर) राम निवास वीएसएम डीआईजी (प्रशिक्षण) ने अतिथियों के प्रति धन्यवाद ज्ञापित किया.

 

Read more!
Advertisement

RECOMMENDED

Advertisement