इजरायल और हमास की जंग शुरू हुए 19 दिन हो गए हैं. यह जंग दोनों के लिए बर्बादी लेकर आई है. ऐसे में इजरायल का शूरा आर्मी बेस (Shura Army Base) शवों से पटा पड़ा हैं. यहां रोजाना बड़ी संख्या में शिनाख्त के लिए शवों को लाया जा रहा है.
आजतक/इंडिया टुडे की टीम इजरायल के शूरा मिलिट्री बेस में ग्राउंड जीरो पर है. शूरा इजरायल की उन चंद जगहों में से एक है, जहां शिनाख्त के लिए शवों को लाया जा रहा है. यहीं पर इन शवों की तस्वीरें और वीडियो रिकॉर्डिंग की जा रही है. शवों को साफ कर उन्हें अंतिम यात्रा के लिए तैयार किया जा रहा है.
शूरा मिलिट्री बेस में बड़े बड़े कंटेनर्स में शवों को रखा गया है. अभी भी 1000 से अधिक शव इन कंटेनर्स में मौजूद हैं. इससे पहले एपी ने सेना के एक डॉक्टर के हवाले से बताया था कि अधिकतर मामलों में डीएनए या डेंटल रिकॉर्ड के जरिए शवों की पहचान की जाती है. सैन्य ट्रकों में भरकर शव यहां लाए जा रहे हैं. इनमें पूरे के पूरे परिवार के शव होते हैं. हम सड़कों, घरों, खेल के मैदान और खाली मैदान से बॉडी पार्ट इकट्ठा कर रहे हैं.
7 अक्टूबर से जारी है जंग
सात अक्टूबर को हमास ने गाजा पट्टी से इजरायल पर 5 हजार से ज्यादा रॉकेट दागकर हमला कर दिया था. तुरंत बाद इजरायल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू ने हमास के खिलाफ जंग का ऐलान कर दिया था.
इन दो हफ्तों की जंग में गाजा पट्टी पूरी तरह से तबाह हो गया है. फिलिस्तीन के विदेश मंत्री रियाल अल-मलिकी ने दावा किया है कि इजरायली बमबारी में अब तक 5,700 से ज्यादा फिलिस्तीनी नागरिक मारे गए हैं. इनमें 2,300 से ज्यादा बच्चे और 1,300 से ज्यादा महिलाएं हैं.
वहीं, हमास के हमलों में अब तक इजरायल के 1,400 नागरिक मारे गए हैं. इतना ही नहीं, हमास के लड़ाकों ने 200 से ज्यादा नागरिकों को बंधक बनाकर रखा है.
शिव अरूर