फोन कॉल के जरिए सेना की लोकेशन और मूवमेंट जानने का प्रयास, दो आरोपी गिरफ्तार

पिछले कई दिनों से सेना के ऐक्सजेंज में संदिग्ध कॉल्स आ रहे थे. आर्मी इंटेलिजेंस को आने वाले कॉल्स पर शक हुआ क्योंकि फोन कॉल्स में सेना की लोकेशन और उनके मूवमेंट की जानकारी मांगी जा रही थी.

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सिम बॉक्स के जरिए सेना को मिलीं संदिग्ध कॉल्स सिम बॉक्स के जरिए सेना को मिलीं संदिग्ध कॉल्स

अरविंद ओझा / नागार्जुन

  • बेंगलुरु,
  • 09 जून 2021,
  • अपडेटेड 5:30 PM IST
  • सेना की लोकेशन जानने का प्रयास
  • सिम बॉक्स ने बढ़ाई चिंता, दो अरेस्ट

पश्चिम बंगाल में तैनात सेना से जुड़ी संवेदनशील जानकारी जुटाने का एक सनसनीखेज मामला सामने आया है. दो आरोपी लगातार कॉल कर सेना की लोकेशन और मूवमेंट जानने का प्रयास कर रहे थे. जब सेना को उन कॉल्स पर शक हुआ तब उन संदिग्धों की लोकेशन ट्रेस करने की कोशिश शुरू हुई और देखते ही देखते 2 आरोपियों को गिरफ्तार किया गया.

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पिछले कई दिनों से सेना के ऐक्सजेंज में संदिग्ध कॉल्स आ रहे थे. आर्मी इंटेलिजेंस को आने वाले कॉल्स पर शक हुआ क्योंकि फोन कॉल्स में सेना की लोकेशन और उनके मूवमेंट की जानकारी मांगी जा रही थी. सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए एक्सचेंज पर आए कॉल्स की जांच शुरू की गई और पता चला कि ये कॉल्स बेंगलुरु के आस-पास से आ रहे थे. इसके बाद आर्मी की तरफ से बेंगलुरु पुलिस को इसकी सूचना दी गई और फिर दो आरोपियों को गिरफ्तार किया गया. आरोपियों में गॉथम तमिलनाडु से पकड़ा गया, वहीं केरल से इब्राहिम की गिरफ्तारी हुई.

जांच के दौरान पुलिस द्वारा 30 सिम बॉक्स भी बरामद किए गए. अब जितना चिंताजनक सेना के लिए उन कॉल्स का आना था, उतना ही चिंता का विषय ये सिम बॉक्स भी था. जानकारी के लिए बता दें कि सिम बॉक्स के जरिए कोई भी इंसान देश के बाहर से भी कॉल कर सकता है, लेकिन फोन पर उसका नंबर लोकल ही शो होता है. ऐसे में इसके जरिए बड़े स्तर पर धोखेबाजी को अंजाम दिया जाता है. कश्मीर में तो कई बार इसके जरिए जासूसी का काम भी किया गया है. इस केस में भी शक है कि सेना की संवेदनशील जानकारी को आतंकी संगठनों संग साझा किया जा रहा हो.

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सिम बॉक्स ने बढ़ाई चिंता

हालांकि पकड़े गए आरोपियों का किस से कनेक्शन है इसका खुलासा नहीं हुआ है क्योंकि ये सिर्फ सिम बॉक्स का एक्सचेंज चला रहे थे और एक दिन में लाखों रुपए कमा रहे थे. अभी तक कुछ 30 सिम बॉक्स बरामद किए गए हैं, वहीं 900 से ज्यादा मोबाइल फोन का भी इस्तेमाल किया जा रहा था. अब इन सिम बॉक्स के जरिए दूरसंचार विभाग के साथ तो कई बार धांधली की गई है, लेकिन क्या इसका कोई आतंकी कनेक्शन भी है, ये जांच का विषय है.
 

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