भारत ने रॉ ऑफिसर को पन्नू साजिश से जोड़ने वाली अमेरिकी मीडिया रिपोर्ट को बताया 'गैर-जिम्मेदार'

भारत ने वॉशिंगटन पोस्ट की उस रिपोर्ट को "अनुचित" बताया है, जिसमें आरोप लगाया गया है कि रॉ के एक पूर्व ऑफिसर ने अमेरिका में खालिस्तानी आतंकवादी गुरपतवंत सिंह पन्नू को निशाना बनाने के लिए एक टीम को काम पर लगाया था.

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गुरपतवंत सिंह पन्नून गुरपतवंत सिंह पन्नून

गीता मोहन

  • नई दिल्ली,
  • 30 अप्रैल 2024,
  • अपडेटेड 11:40 AM IST

भारत ने मंगलवार को वॉशिंगटन पोस्ट की उस रिपोर्ट को खारिज कर दिया, जिसमें आरोप लगाया गया था कि एक पूर्व भारतीय खुफिया अधिकारी ने अमेरिका में खालिस्तानी आतंकवादी गुरपतवंत सिंह पन्नू की हत्या की साजिश रची थी. रिपोर्ट में दावा किया गया है कि भारत के रिसर्च एंड एनालिसिस विंग (RAW) के पूर्व अधिकारी विक्रम यादव ने अमेरिका में रहने वाले भारत द्वारा नामित आतंकवादी गुरपतवंत सिंह पन्नू को निशाना बनाने के लिए एक टीम को काम पर रखा था. 

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विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता रणधीर जयसवाल ने इस रिपोर्ट को "अनुचित और अप्रमाणित" बताया है. उन्होंने कहा कहा कि आपराधिक और आतंकवादी नेटवर्क के संबंध में अमेरिका द्वारा उठाई गई सुरक्षा चिंताओं को दूर करने के लिए भारत सरकार द्वारा स्थापित एक उच्च स्तरीय समिति द्वारा जांच चल रही है. इस पर अटकलें और गैर-जिम्मेदाराना टिप्पणियां मददगार नहीं होंगी.

बता दें कि यह मामला नवंबर 2022 में भी बढ़ा था, जब फाइनेंशियल टाइम्स ने रिपोर्ट दी थी कि अमेरिका ने पन्नू को मारने की साजिश को फेल कर दिया था और भारत को उसकी कथित संलिप्तता पर चेतावनी जारी की थी.

भारतीय नागरिक को नामित किया गया साजिशकर्ता

मैनहट्टन (Manhattan) कोर्ट में दायर एक अभियोग में भारतीय नागरिक निखिल गुप्ता को एक साजिशकर्ता के रूप में नामित किया गया था, जिसने कथित तौर पर एक अज्ञात भारतीय अधिकारी के साथ सहयोग किया था, जिसे साजिश में "सीसी -1" कहा गया था. वॉशिंगटन पोस्ट ने "CC-1" की पहचान विक्रम यादव के रूप में की है. दूसरी तरफ, भारत ने लगातार इन आरोपों का खंडन किया है और इन्हें "सरकारी नीति के विपरीत" बताया है. आरोपों की जांच के लिए नवंबर 2023 में एक उच्च स्तरीय जांच समिति का गठन किया गया था.

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विदेश मंत्री एस जयशंकर ने इस महीने की शुरुआत में कहा था कि पन्नू की हत्या की साजिश में एक सरकारी अधिकारी की कथित संलिप्तता की जांच में भारत के राष्ट्रीय सुरक्षा हित शामिल हैं.

वाशिंगटन पोस्ट ने बताया कि बाइडेन प्रशासन ने विक्रम यादव के खिलाफ आरोप लगाने से परहेज किया है. इस बीच, व्हाइट हाउस ने कहा कि उसे उम्मीद है कि जांच के नतीजे के आधार पर भारत सरकार जवाबदेही लेगी.

यह भी पढ़ें: गुरपतवंत पन्नू की हत्या की साजिश पर अमेरिकी राजदूत का नया बयान!

मामले पर व्हाइट हाउस ने क्या कहा?

व्हाइट हाउस की प्रेस सचिव कैरिन जीन-पियरे ने कहा, "यह एक गंभीर मामला है और हम इसे बहुत गंभीरता से ले रहे हैं. भारत सरकार ने साफ कहा है कि वे इसे गंभीरता से ले रहे हैं और इसकी जांच करेंगे. कैरिन ने कहा कि हम उसके आधार पर सरकार से जवाबदेही की उम्मीद करते हैं लेकिन हम अपनी चिंताओं को उठाना जारी रखेंगे. यह रुकने वाला नहीं है. हम अपनी चिंताओं को सीधे भारत सरकार के सामने उठाना जारी रखेंगे.
 

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