हाथरस में बीते मंगलवार को हुए दर्दनाक हादसे के बाद शुक्रवार को मामले में एक लाख का इनामी आरोपी मधुकर की गिरफ्तारी हो चुकी है. इसके बाद शनिवार को जब आजतक की टीम आरोपी के घर पहुंची तो परिजनों ने उसे निर्दोष बताया और कहा कि इसमें मधुकर की कोई गलती नहीं है. 2 जुलाई को हाथरस में सत्संग के दौरान हुए दर्दनाक हादसे के बाद से बाबा की अब तक कोई जानकारी नहीं मिली है तो वहीं, इस सत्संग का मुख्य आयोजक देव प्रकाश मधुकर भी फरार था.
मधुकर की कोई गलती नहीं, बोले- परिवार के लोग
यूपी पुलिस मधुकर पर एक लाख का इनाम भी घोषित कर रखा था. शुक्रवार को उसकी गिरफ्तारी के बाद शनिवार को मधुकर के गांव उसके परिजनों से बातचीत की गई. परिवार वालों ने मधुकर के ऊपर हुई FIR को गलत मानते हुए कहा कि देव प्रकाश मधुकर पूरी तरह निर्दोष है. मधुकर के ताऊ सुरेश कुमार और चचेरे भाई सतीश का कहना है कि इसमें न तो मधुकर की कोई गलती है और न ही भोले बाबा की कोई गलती है.
मधुकर के अलावा कोई और नहीं है बाबा का अनुयायी
'आयोजन कमेटी मैं बहुत सारे लोग होते हैं, लेकिन मधुकर पर FIR करना बहुत गलत है. बल्कि परिवार वालों ने तो यहां तक कहा कि, इस घटना के पीछे तो खुद मरने वालों की गलती है जो इतनी बड़ी संख्या में वहां गए. परिजनों ने बताया कि मधुकर अब यहां नहीं रहता है. वह कभी-कभी ही गांव आता है. यहां परिवार में मधुकर के आलावा और कोई भोले बाबा का अनुआयी नहीं है.'
हाथरस कोर्ट ने 14 दिनों के लिए भेजा जेल
हाथरस भगदड़ कांड के मुख्य आरोपी देव प्रकाश मधुकर को शुक्रवार को गिरफ्तार कर लिया गया था. शनिवार को हाथरस कोर्ट ने 14 दिनों के लिए जेल भेज दिया. एक दिन पहले देव प्रकाश मधुकर ने सरेंडर कर दिया था. पुलिस ने मधुकर पर एक लाख रुपए का इनाम रखा था. गिरफ्तारी के बाद शनिवार को देव प्रकाश मधुकर की हाथरस कोर्ट में पेशी हुई जहां उसे 14 दिनों की न्यायिक हिरासत में भेज दिया गया. पुलिस सोमवार या मंगलवार को रिमांड के लिए कोर्ट में एप्लीकेशन लगाएगी.
हाथरस भगदड़ में 121 की मौत
हाथरस में बीते मंगलवार को हुए भगदड़ में 121 लोगों की जान चली गई थी. पुलिस प्रवचनकर्ता बाबा सूरजपाल के सेवादारों और सत्संग के आयोजकों के खिलाफ एफआईआर दर्ज कर जांच पड़ताल कर रही है. इससे पहले 6 लोग पकड़े जा चुके हैं. अभी तक मुख्य आरोपी देवप्रकाश मधुकर फरार था, जिसे शुक्रवार शाम को गिरफ्तार किया गया. देव प्रकाश मधुकर ही हाथरस कार्यक्रम का मुख्य आयोजक था. इसके साथ ही वह बाबा का खास आदमी भी है. हादसे के बाद बाबा ने उसी से फोन पर काफी देर तक बात की थी. न्यूज एजेंसी के मुताबिक, भगदड़ की घटना के बाद से देव प्रकाश मधुकर घर नहीं लौटा था. उसके परिवार के सदस्य भी लापता हैं.
देवेश पाल सिंह