गोवा की जेल में फेंकीं 'गांजा की गोलियां...' एक नाबालिग सहित चार आरोपी पकड़े गए

गोवा की हाई-सिक्योरिटी सेंट्रल जेल में नशा पहुंचाने की एक बड़ी साजिश उस वक्त नाकाम हो गई, जब सुरक्षा गार्डों ने जेल परिसर में 'गांजा बॉल्स' बरामद किए।** जांच के बाद पुलिस ने इस मामले में तीन युवकों को गिरफ्तार किया है, जबकि एक नाबालिग को हिरासत में लिया गया है। आरोपियों ने जेल की दीवार के बाहर से गांजा फेंकने की कोशिश की थी, जिसे जेल स्टाफ ने समय रहते पकड़ लिया.

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जेल के अंदर फेंका गांजा. (Representational image) जेल के अंदर फेंका गांजा. (Representational image)

aajtak.in

  • पणजी,
  • 26 जून 2025,
  • अपडेटेड 10:16 AM IST

गोवा की हाई-सिक्योरिटी सेंट्रल जेल में नशे की खेप पहुंचाने की साजिश को पुलिस ने विफल कर दिया है. पुलिस ने इस मामले में तीन युवकों को गिरफ्तार किया है, जबकि एक नाबालिग को हिरासत में लिया गया है. इन पर आरोप है कि उन्होंने गांजा को गोलियों (बॉल्स) के रूप में लपेटकर जेल परिसर के भीतर फेंकने की कोशिश की,

एजेंसी के अनुसार, यह घटना उत्तरी गोवा के कोलवाले इलाके में स्थित सेंट्रल जेल की है. सुरक्षा कर्मियों ने जेल में गश्त करने के दौरान दो वॉच टावरों के बीच बने इनर कॉरिडोर में सात बॉल्स बरामद कीं, जिनमें कुल 1.397 ग्राम गांजा भरा हुआ था. इसकी कुल कीमत लगभग 1.4 लाख रुपये आंकी गई है.

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जांच में सामने आया कि इन बॉल्स को जेल के बाहर से फेंका गया था. सीसीटीवी फुटेज और साक्ष्यों के आधार पर पुलिस ने चार लोगों की पहचान की, जिनमें से तीन आरोपी गौतम तलवार, सैमुअल पुजारी और जाफर मुल्ला उत्तरी गोवा के मापसा कस्बे के रहने वाले हैं. इनके अलावा एक नाबालिग भी इस साजिश में शामिल पाया गया, जिसे बाल सुधार कानून के तहत हिरासत में लिया गया है.

पुलिस अधीक्षक (उत्तर गोवा) राहुल गुप्ता ने बताया कि सभी आरोपियों के खिलाफ NDPS एक्ट (Narcotic Drugs and Psychotropic Substances Act) के तहत कार्रवाई की गई है. उन्होंने कहा कि जेल सुरक्षा व्यवस्था को और मजबूत किया जा रहा है और ऐसी किसी भी अवैध गतिविधि को सख्ती से रोका जाएगा.

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पुलिस यह भी पता लगाने में जुटी है कि जेल के भीतर इन 'गांजा बॉल्स' को किसे पहुंचाना था. इसके पीछे संगठित गिरोह की भूमिका से भी इनकार नहीं किया जा रहा है. समय रहते पुलिस और जेल प्रशासन की सतर्कता ने नशे का यह नेटवर्क फैलने से रोक दिया. जांच में और भी बड़े खुलासे हो सकते हैं.

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