असम के जोरहाट में सालों से चल रही एक बड़ी धोखाधड़ी का पर्दाफाश हुआ है. पुलिस ने गुरुवार को दो ऐसे फर्जी डॉक्टरों को गिरफ्तार किया जो खुद को 'मेडिसिन विशेषज्ञ' बताकर आम लोगों से इलाज के नाम पर ठगी कर रहे थे. इनकी पहचान जोरहाट के जोल रोड निवासी अशोक कुमार गोगोई और माजुली के अमरज्योति नाथ के रूप में हुई है. दोनों जोरहाट के बाहोना इलाके में रह रहे थे.
पुलिस ने जानकारी दी कि अशोक गोगोई पिछले आठ सालों से ओल्ड सर्किट हाउस रोड में और अमरज्योति नाथ पिछले तीन सालों से बोरीगांव खाजुरीगुड़ी में क्लिनिक चला रहे थे. दोनों ही खुद को एमडी बताकर मरीजों से पैसे ऐंठते थे. उनके द्वारा जारी किए गए पर्चों पर 'एमडी' यानी की मास्टर ऑफ मेडिसिन लिखा होता था. इससे न केवल मरीज गुमराह होते थे, बल्कि गंभीर बीमारी से जूझ रहे लोगों की जान भी खतरे में पड़ सकती थी.
इस कार्रवाई की शुरुआत राज्य सरकार के डॉक्टर पंजीयन परिषद के नोडल अधिकारी डॉ. अभिजीत नेउग की सूचना से हुई. इसके बाद जोरहाट सदर थाना प्रभारी राहुल देउरी के नेतृत्व में एक टीम ने दोनों को गिरफ्तार किया और उनके क्लिनिक से दस्तावेज, पर्चे और अन्य सामान जब्त किए.
पूछताछ में अशोक गोगोई ने होम्योपैथी की डिग्री होने की बात स्वीकारी, जबकि अमरज्योति नाथ ने नेचरोपैथी की डिग्री होने का दावा किया. हालांकि पुलिस इन डिग्रियों की प्रमाणिकता की जांच करवा रही है. पुलिस अधिकारियों ने स्पष्ट किया कि भले ही उनके पास कोई वैध डिग्री हो, लेकिन खुद को एमडी बताना और मरीजों को धोखा देना कानूनन अपराध है.
दोनों आरोपियों के खिलाफ भारतीय दंड संहिता की धारा 319, 316, 336, 125 और 271 के तहत दो अलग-अलग मामले दर्ज किए गए हैं. इस घटना के सामने आने के बाद जोरहाट में लोगों में भारी नाराजगी है. कई लोगों ने प्रशासन से मांग की है कि ऐसे मामलों की व्यापक जांच की जाए ताकि भविष्य में कोई और मरीज ऐसे फर्जी डॉक्टरों का शिकार न हो.
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