चक्रवाती तूफान बिपरजॉय का कच्छ में लैंडफॉल गुरुवार रात 12 बजे हो गया है. इस दौरान 115-125 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से हवाएं चलीं. सौराष्ट्र के सभी इलाकों में भारी बारिश हो रही है. मौसम विभाग के मुताबिक तूफान का लैंडफॉल हो चुका है. अब वह कमजोर होकर राजस्थान की ओर मुड़ रहा है. हालांकि, उससे पहले कच्छ, जामनगर और द्वारका में तेज हवाओं के चलते इलेक्ट्रिक पोल्स और पेड़ों के गिरने की तस्वीरें सामने आ रही है. इन इलाकों की बिजली भी काट दी गई है.
चक्रवाती तूफान बिपरजॉय के खतरे को लेकर केंद्र से लेकर राज्य सरकार तक सब अलर्ट पर हैं. गुजरात में एनडीआरएफ की 17 टीमें और एसडीआरएफ की 12 टीमें तैनात हैं. वहीं, नौसेना के 4 जहाज अभी स्टैंडबाय में रखे गए हैं. तट के पास रहने वाले 74,000 से अधिक लोगों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया गया है. मौसम विभाग के अनुसार, गुजरात और महाराष्ट्र समेत 9 राज्यों पर महातूफान का असर है. ये 9 राज्य लक्षद्वीप, केरल, कर्नाटक, महाराष्ट्र, गुजरात, असम, अरुणाचल प्रदेश, मेघालय और राजस्थान (पश्चिमी) हैं.
Live Tracker में देखिए गुजरात के कितना करीब पहुंच चुका है Cyclone Biparjoy
बिपरजॉय तूफान के बाद गुजरात के भावनगर में अपने पशुओं को बचाते समय एक पिता और पुत्र की मौत हो गई. भारी बारिश और बाढ़ जैसी स्थिति के बाद इनके पशु एक गड्ढे में फंस गए थे. उन्हें बचाते समय ही दोनों डूब गए और उनकी मौत हो गई.
मोरबी में तेज हवाओं के चलते बिजली के तार और खंभे टूट गए. इसके कारण मलिया तहसील के 45 गांवों में बिजली गुल हो गई. 11 गांवों में बिजली बहाल कर दी गई है. तटीय ग्रामीण और रेगिस्तानी इलाकों में 300 से ज्यादा बिजली के खंभे टूट गए हैं.
गुजरात के राहत आयुक्त आलोक पांडे ने बताया कि तूफान के कारण करीब 22 लोग घायल हो गए हैं. हालांकि, अब तक किसी की मौत नहीं हुई है. 23 पशुओं की जान चली गई है. 524 पेड़ गिर गए हैं. कुछ जगहों पर बिजली के खंभे भी गिरे हैं. 940 गांवों की बिजली गुल हो गई है.
प्रधानमंत्री मोदी ने गुजरात के मुख्यमंत्री भूपेंद्र पटेल से फोन पर तूफान के हालात की जानकारी ली. इस दौरान पीएम मोदी ने तूफान से हुए नुकसान और एशियाटिक शेरों के बारे में भी जानकारी ली.
मुख्यमंत्री भूपेंद्र पटेल चक्रवाती तूफान की स्थिति पर लगातार नजर रख रहे हैं. सीएम भूपेंद्र पटेल आज देर रात गांधीनगर स्थित स्टेट इमरजेंसी ऑपरेशन सेंटर पहुंचे और वरिष्ठ अधिकारियों से मुलाकात कर आपदा प्रबंधन को लेकर महत्वपूर्ण दिशा-निर्देश दिए.
चक्रवात बिपारजॉय की वजह से रेल सेवाएं प्रभावित हो गई हैं. जिन इलाकों में बिपरजॉय का असर है, उन इलाकों से गुजरने वाली, चलने वाली या टर्मिनेट होने वाली 99 ट्रेनें रद्द कर दी गई हैं. 23 और ट्रेनों को रद्द कर दिया गया है, वहीं, 3 ट्रेनों का शॉर्ट टर्मिनेट किया गया है और 7 ट्रेनों का शॉर्ट-ऑरजिनेट किया गया है. अब तक 99 ट्रेनों को रद्द किया जा चुका है, जबकि 39 ट्रेनें शॉर्ट-टर्मिनेट की गई हैं.
मौसम विभाग के डीजी मृत्युंजय महापात्रा ने कहा कि सौराष्ट्र और कच्छ में आज और कल भारी बारिश जारी रहेगी. उसके बाद तूफान की तीव्रता कम हो जाएगी.
IMD के अनुसार तूफान के लैंडफॉल की प्रक्रिया शाम साढ़े 6 बजे शुरू हुई थी, जो कि आधी रात तक चलेगी. इसके चलते गुजरात के अधिकांश स्थानों पर रुक-रुक कर बारिश हो रही है. वहीं जखाऊ पोर्ट से आगे नलिया में सबसे ज्यादा 95 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से हवा चली. अभी तक किसी के हताहत होने की सूचना नहीं है. एहतियात के तौर पर मांडवी, मुंद्रा, नलिया और लखापत की बिजली काट दी गई.
गुजरात के द्वारका में महातूफान की वजह से कई पेड़ उखड़ गए हैं. कई होर्डिंग्स गिर गए. बिपरजॉय की वजह से जिले में तेज हवाएं चल रही हैं.
गुजरात के नवसारी जिले के सभी स्कूल साइक्लोन बिपरजॉय के मद्देनजर 16 जून को बंद रहेंगे.
चक्रवात बिपरजॉय का कच्छ के तट पर लैंडफॉल शुरू हो चुका है. फिलहाल 115 से 125 किलोमीटर की रफ्तार से हवाएं चल रही है. हालांकि, मौसम विभाग ने लैंडफॉल के वक्त 150 किलोमीटर की रफ्तार से हवाएं चलने की आशंका जाहिर की थी. मौसम विभाग के मुताबिक चक्रवात के आगे बढ़ने की गति धीमी होने के कारण इस प्रक्रिया में लंबा समय लग रहा है.
साइक्लोन बिपरजॉय के प्रभाव के रूप में मोरबी में भी तेज हवाओं के साथ भारी बारिश रही है. पूरे सौराष्ट्र में इस वक्त साइक्लोन बिपरजॉय के लैंडफॉल का असर दिख रहा है. द्वारका और जामनगर से भी भारी बारिश और तेज हवाओं के चलते कई जगहों पर इलेक्ट्रक पोल और पेड़ गिरने की खबरें आ रही है.
गुजराट के कच्छ में साइक्लोन बिपरजॉय के लैंडफाल की शुरुआत हो चुकी है. कच्छ में हवाएं फिलहाल 115 से 125 किलोमीटर प्रतिघंटे की रफ्तार से चल रही है. तेज हवाओं के चलते कई पेड़ों के गिरने की खबर है. बढ़ते हुए खतरे को देखते हुए कई इलाकों की बिजली भी काट दी गई है.
चक्रवात बिपरजॉय के लैंडफॉल की प्रक्रिया शुरू हो चुकी है. यह प्रकिया आधी रात तक जारी रहेगी. मौसम विभाग के मुताबिक लैंडफॉल के दौरान हवाओं की रफ्तार 115-125 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से 140 किमी प्रति घंटे तक पहुंच सकती है.
गुजरात के कच्छ के जखाऊ पोर्ट पर लैंडफॉल की शुरुआत हो चुकी है. तूफान की रफ्तार तकरीबन 12 से 15 किलोमीटर की है. इस बीच कच्छ और सौराष्ट्र के अन्य इलाकों में बारिश के साथ तेज हवाएं चल रही हैं. हवाओं की 115-125 किमी प्रति घंटे की हैं. मौसम महानिदेशक के मुताबिक मध्य रात्रि तक लैंडफॉल जारी रहेगा. इसके बाद तूफान कमजोर होकर राजस्थान की ओर मुड़ जाएगा.
रियर एडमिरल कुणाल राजकुमार (चीफ स्टाफ ऑफिसर, ओपीएस, पश्चिमी नौसेना) ने बताया कि चक्रवात बिपरजॉय कच्छ के तट से सिर्फ अब 80 किलोमीटर की दूरी पर है. यह किसी भी वक्त जखाऊ पोर्ट से टकरा सकता है. इस दौरान 130 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से हवाएं चलेंगी. हम 25 से अधिक टीमों के साथ तैयार हैं. इनमें चिकित्सा विशेषज्ञ के और तैराक भी शामिल हैं.
साइक्लोन बिपरजॉय जखाऊ से तकरीबन 80 किलोमीटर दूर है. मौसम विभाग के मुताबिक जखाऊ के तट से तूफान कुछ ही घंटों में टकरा सकता है. इसके बाद यह कमजोर होकर राजस्थान की तरफ निकल जाएगा. आईएमडी के पूर्व डीजी अजीत त्यागी के मुताबिक साइक्लोन के दौरान 115-125 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से हवाएं चल सकती हैं.
चक्रवात बिपरजॉय के खतरे को देखते हुए 15 पानी के जहाजों को तैनात किया गया है. इसके लिए 7 एयरक्रॉफ्ट को SAR सर्विस के लिए तैयार रखा गया है. साथ ही 29 जेमिनी नावों के साथ 23 आपदा राहत दल, नावों के लिए 50 ओबीएम (आउट बोर्ड मोटर) 1000 लाइफजैकेट और 200 लाइफबॉय की व्यवस्था की गई है.
चक्रवात बिपरजॉय के बढ़ते खतरे को देखते हुए NDRF ने द्वारका के रूपेन बंदर के निचले इलाके से 72 नागरिकों को निकालकर एनडीएच स्कूल, द्वारका में शिफ्ट किया. इनमें 32 पुरुष, 25 महिलाएं और 15 बच्चे शामिल हैं.
धारा 144 के बाद भी लोग घरों के बाहर निकले हुए हैं. प्रशासन बार-बार लोगों से घर के अंदर रहने की अपील कर रहा है. तूफान के असर से मांडवी में हवा बहुत तेज चल रही है. वहीं, बारिश भी तेजी से हो रही है.
मांडवी में चक्रवात का सीधा असर पड़ेगा. इसी को देखते हुए इस इलाके में बिजली काट दी गई है. बता दें, 6 से 8 बजे के बीच तूफान कच्छ से टकराएगा.
Biparjoy Cyclone Update: द्वारका में तेज हवाएं चल रही हैं. लोगों से बाहर नहीं निकलने की अपील की गई है. जैसे-जैसे चक्रवात नजदीक आ रहा है, मौसम बिगड़ता जा रहा है. समुद्र में ऊंची-ऊंची लहरें डराने वाली हैं.
Biparjoy Latest Updates: देर शाम कच्छ के इलाके से देर शाम टकरा सकता है चक्रवात बिपरजॉय. मौसम विभाग की मानें तो शाम को 6 से 8 बजे के बीच तूफान कच्छ से टकरा सकता है.
Cyclone Biparjoy Landfall: चक्रवात के खतरे को देखते हुए गुजरात के कोस्टल एरिया से अब तक 1 लाख लोगों को निकाला गया है. वहीं, लोगों के रेस्क्यू के लिए एनडीआरएफ की 19 टीमें और SDRF की 12 तीमें तैनात की गई हैं.
चक्रवात बिपरजॉय जखाऊ पोर्ट (गुजरात) के 110km WSW और देवभूमि द्वारका का 160km WNW पर मौजूद है. इसके लैंडफॉल की प्रक्रिया आज शाम से शुरू होगी जिसका असर आधी रात तक रहेगा.
Cyclone Biparjoy Live Updates: चक्रवात बिपरजॉय आज शाम को को लैंडफॉल करेगा जिसका असर आधी रात तक जारी रहेगा. चक्रवात के खतरे को देखते हुए गुजरात, महाराष्ट्र और कर्नाटक में एनडीआरएफ की टीम तैनात कर दी गई हैं. चक्रवात का ज्यादा असर सौराष्ट्र के कई इलाकों में सबसे ज्यादा होगा.
मौसम विभाग के मुताबिक, गुजरात राज्य के द्वारका, जामनगर, पोरबंदर, मोरबी, राजकोट, जूनागढ़, अमरेली, भावनगर, गिर सोमनाथ और कच्छ जिले में अगले 3 घंटे मध्यम बारिश (5-15 मिमी/घंटा) के साथ हल्की गरज और अधिकतम सतही हवा की गति 40 किमी प्रति घंटे रहने की संभावना है.
चक्रवात बिपरजॉय पर NDRF के महानिदेशक अतुल करवाल ने बताया कि एनडीआरएफ की 18 और एसडीआरएफ की 12 टीमों को पूरे गुजरात में तैनात किया गया है, जिसमें सबसे ज्यादा टीम कच्छ में है. अन्य विस्तृत तैयारियां भी कर ली गई हैं. गर्भवती महिलाओं की पहचान कर उन्हें अस्पतालों में भेज दिया गया है. जीवन और संपत्ति के नुकसान को कम करने के लिए भी राज्यभर में 15 स्थानों पर रिजर्व NDRF की टीमों को तैनात किया गया है.
गुजरात के तटीय इलाकों में इस वक्त हवा की रफ्तार 60-70 किमी प्रति घंटे के आसपास है. एनडीआरएफ के सहायक कमांडेंट, निखिल मुधोलकर ने बताया कि तटीय इलाकों और निचले इलाकों का जायजा लिया गया है और वहां बलों को तैनात किया गया है और राज्य के लोगों से घर के अंदर रहने और सरकार द्वारा जारी दिशा-निर्देशों का पालन करने की अपील की जा रही है.
मौसम विभाग के ताजा अपडेट के मुताबिक, आज सुबह साढ़े आठ बजे अक्षांश 22.6N और लंबी 67.1E के पास, जखाऊ पोर्ट (गुजरात) के लगभग 170km WSW और देवभूमि द्वारका के 210km पश्चिम में स्थित है. इसे लेकर सौराष्ट्र और कच्छ में रेड अलर्ट जारी किया गया है.
जैसे-जैसे चक्रवाती तूफान तट के नजदीक आता जा रहा है, वैसे-वैसे इसका असर बढ़ता नजर आ रहा है. इसी के चलते गुजरात के अरावली जिले के कुछ हिस्सों में भारी बारिश हो रही है.
गुजरात के मुख्यमंत्री भूपेंद्र पटेल समीक्षा बैठक के लिए स्टेट इमरजेंसी ऑपरेशन सेंटर पहुंचे हैं. मुख्यमंत्री भूपेंद्र पटेल चक्रवात बिपोरजॉय के असर पर गांधीनगर से नजर रख रहे हैं. बता दें कि चक्रवात पर केंद्र से लेकर राज्य सरकारें तक सभी पैनी नजर बनाए हुए हैं.
तेज हवाओं और तूफान के ट्रेनों के चलने पर अनहोनी घटना हो सकती है, इसी को ध्यान में रखते हुए वेस्टर्न रेलवे ने पश्चिम रेलवे द्वारा 15 जून को पूरी तरह रद्द की गई ट्रेनों की जानकारी दी. वहीं, इससे पहले डब्ल्यूआर ने सात और ट्रेनों को रद्द करने बात कही थी. इसके अलावा यात्रियों की सुरक्षा और ट्रेन संचालन के मद्देनजर तीन अन्य ट्रेनों को शॉर्ट-टर्मिनेट और चार अन्य सेवाओं को शॉर्ट-ऑर्गिनेट किया गया. रेलवे के मुताबिक, अब तक 76 ट्रेनें रद्द की गई हैं और 36 ट्रेनें शॉर्ट-टर्मिनेटेड व 31 शॉर्ट-ऑरजिनेट किया गया है.
बिपरजॉय तूफान को लेकर इस वक्त राज्य से लेकर केंद्र सरकार तक अलर्ट मोड पर है. देश के गृहमंत्री, रक्षा मंत्री, तीनों सेना प्रमुख, एनडीआरएफ, एसडीआरएफ, गुजरात के मुख्यमंत्री और आपदा प्रबंधन से जुड़ा हर कर्मचारी और मौसम विभाग सबकी नजर इस वक्त सिर्फ बिपरजॉय तूफान पर है.
महातूफान बनकर गुजरात की ओर बढ़ रहे बिपरजॉय को गुजरात के आठ जिलों में रेड अलर्ट है. बिपरजॉय तूफान के आज शाम 4 बजे कच्छ तट से गुजरने का अनुमान है, लेकिन भगवान कृष्ण से जुड़ी द्वारका नगरी पर सभी की नजर टिकी हुई है. कहा जाता है कि द्वारका पर जब भी कोई विपदा आई तो द्वारकाधीश ने नगरी की रक्षा की है. द्वारकाधीश के जगत मंदिर में आज भी ध्वज नहीं बदला जाएगा.
चक्रवात के आज शाम 4-5 बजे के बीच लैंडफॉल करने की उम्मीद है. गुजरात के कच्छ में NDRF की 6, RPF की 3 SDRF की 2 टीमें तैनात की गई हैं. 20,000 से अधिक जानवरों को भी सुरक्षित स्थानों पर ले जाया गया है.
कच्छ, द्वारका, पोरबंदर, जामनगर, रोजकोट, जूनागढ़ और मोरबी में रिकॉर्ड तोड़ बारिश की संभावना है.
मौसम विभाग के मुताबिक, 15 जून को अरब सागर के उत्तर-पूर्व में बहुत हलचल होगी. समंदर में 9 फीट से लेकर 20 फीट तक तूफानी लहरें उठेंगी. समंदर में आने वाली हाई-टाइड से तटीय इलाकों में भारी नुकसान होने की आशंका है. मौसम विभाग की ओर से मूसलाधार बारिश का अलर्ट भी जारी किया गया है.
गुजरात के द्वारका में स्थित भड़केश्वर महादेव मंदिर के पास भी समुंद्र में खलबली मची हुई है.
चक्रवात बिपरजॉय के तेज होने से गुजरात के द्वारका के गोमती घाट में हाईटाइड देखने को मिल रहा है. यहां भी तेज हवाओं के साथ ऊंची-ऊंची लहरें उठ रही हैं.
चक्रवात के मद्देनजर देवभूमि द्वारका में द्वारकाधीश मंदिर आज भक्तों के लिए बंद रहेगा.
गुजरात के मांडवी में समुद्र खराब स्थिति में है, यहां ऊंची-ऊंची लहरें उठ रही हैं और तेज हवाएं चल रही हैं.
मौसम विभाग के ताजा अपडेट के मुताबिक, चक्रवाती तूफान बिपरजॉय रात ढाई बजे पूर्वोत्तर अरब सागर के ऊपर वीएससीएस, जखाऊ पोर्ट (गुजरात) से लगभग 200 किमी पश्चिम-दक्षिण पश्चिम में स्थित रहा. 15 जून की शाम तक तूफान जखाऊ बंदरगाह के पास मांडवी और कराची के बीच सौराष्ट्र और कच्छ और पाकिस्तान के आसपास के तटों को पार करेगा.