देश में कोरोना से व्याप्त हालात और वैक्सीनेशन को लेकर पीएम मोदी ने राज्यों के राज्यपालों और उप राज्यपालों संग 14 अप्रैल को बैठक की. इस बैठक में उपराष्ट्रपति वेंकैया नायडू भी मौजूद रहे. बैठक में कोरोना को लेकर के भारत सरकार ने क्या-क्या कदम उठाए हैं. इसको लेकर प्रेजेंटेशन भी दिया गया. कितनी बार प्रधानमंत्री ने मुख्यमंत्रियों के साथ बैठक बुलाई, कितनी बार राष्ट्र को संबोधित किया कब-कब ग्रुप ऑफ मिनिस्टर्स की बैठक की गई. इन तमाम चीजों के बारे में विस्तृत जानकारी दी गई.
प्रधानमंत्री ने बैठक में राज्यपालों को कहा कि राज्यपाल अपने-अपने राज्यों में सर्वदलीय बैठक बुलाएं और कोरोना और वैक्सीनेशन को लेकर बातचीत करें कि आगे कैसे वैक्सीनेशन को बढ़ाना है और कोरोना वायरस को काबू करने के लिए क्या-क्या किया जा सकता है. प्रधानमंत्री की राज्यपालों के साथ बैठक में गृह मंत्री अमित शाह, स्वास्थ्य मंत्री डॉ. हर्षवर्धन भी मौजूद रहे.
पीएम मोदी ने कहा कि कोरोना के खिलाफ जनभागीदारी में राज्यपाल एक मजबूत स्तंभ हैं. पीएम मोदी ने कहा कि कोरोना के खिलाफ इस जंग में सभी राजनीतिक दल, एनजीओ और संगठन सहयोग दें. पीएम मोदी ने कोरोना ट्रैकिंग, ट्रेसिंग और टेस्टिंग पर जोर दिया. पीएम मोदी ने आरटीपीसीआर टेस्ट की बढ़ती संख्या की आवश्यकता के बारे में भी बताया. पीएम मोदी ने कहा कि पर्याप्त मात्रा में राज्यों को वैक्सीन दिलाने के लिए केंद्र सरकार प्रतिबद्ध है.
पीएम मोदी ने कहा कि सामाजिक क्षमता का उचित इस्तेमाल करने को कहा. उन्होंने राज्यपालोें से राज्य सरकार और समाज के बीच बेहतर समन्वय स्थापित करने को कहा. उन्होंने कहा कि राज्यपालों के सामाजिक नेटवर्क एंबुलेंस, वेंटिलेटर्स और अस्पतालों में ऑक्सीजन की क्षमता बढ़ाने में अहम योगदान निभा सकते हैं.
उन्होंने कहा कि विश्वविद्यालयों के हमारे छात्रों की कोरोना के खिलाफ जनभागीदारी में गवर्नर अहम भूमिका निभा सकते हैं. उन्होंने कहा कि पिछली साल की तरह इस साल भी एनसीसी और एनएसएस अहम भूमिका निभा सकता है. इस दौरान उपराष्ट्रपति ने लोगों से कोरोना को लेकर जारी दिशानिर्देशों के पालन करने की अपील की.
राहुल श्रीवास्तव / अशोक सिंघल