लोकसभा चुनाव के नतीजे घोषित होने के बाद अब नेता अपनी हार-जीत का विश्लेषण करने में जुट गए हैं. कांग्रेस जहां एक तरफ INDIA ब्लॉक के जीतने पर खुशी मना रही है वहीं कर्नाटक में उसकी सरकार होने के बावजूद उसे उतनी सीटें नहीं मिल सकी, जितनी उसे उम्मीद थी.राज्य में पार्टी के इस प्रदर्शन पर अब कांग्रेस के अंदर से भी आवाजें उठनी शुरू हो गई है. राज्य सरकार में मंत्री सतीश जारकीहोली ने बयान देते हुए माना है कि कांग्रेस के ओवर कॉन्फिडेंस से नुकसान हुआ है.
पिछले साल विधानसभा चुनाव में कांग्रेस ने यहां शानदार जनादेश हासिल किया था. 2019 में हुए लोकसभा चुनाव में बीजेपी ने 28 में से 25 सीटें हासिल की थी. इस बार भाजपा-जद(एस) गठबंधन ने कांग्रेस के साथ मुकाबला किया और बीजेपी को 17 तथा सहयोगी जेडीएस को 2 सीटें मिली हैं. यहां कांग्रेस ने 9 सीटें हासिल की हैं.
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जारकीहोली का सिद्धारमैया पर निशाना
कांग्रेस के प्रदर्शन पर राज्य सरकार में मंत्री सतीश जारकीहोली ने बिना किसी का नाम लेते हुए कहा, 'करने को ज्यादा कुछ नहीं है .. यदि कप्तान कार्रवाई के लिए उचित निर्देश देंगे तो हम जीतेंगे लेकिन अगर वह खुद टोपी पहनकर इधर-उधर बैठेंगे तो हम संख्या पार नहीं कर पाएंगे, यह चुनाव है .. यदि एक ही व्यक्ति निर्देशक और निर्माता है तो साफ-सुथरा लेखन होना चाहिए .. ऐसी लापरवाही के कारण नुकसान हो जाता है .. इस बार कुछ लापरवाही भी थी और अति-आत्मविश्वास भी था .. कई लोगों ने कहा कि वे जीतेंगे, लेकिन वे अपने निर्वाचन क्षेत्र में लगभग 30,000 वोटों से हार गए .. कोई 50,000 वोटों से हार गया.'
आपको बता दें कि इस बार मैदान में उतरे दिग्गज उम्मीदवारों में भाजपा के जगदीश शेट्टार, हावेरी से पूर्व मुख्यमंत्री बसवराज बोम्मई, धारवाड़ से केंद्रीय मंत्री प्रहलाद जोशी, बेंगलुरु दक्षिण से तेजस्वी सूर्या शामिल थे और सभी ने अपनी-अपनी सीटों पर जीत हासिल की है.
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सगाय राज