गुरुग्राम की चिंतल्स पैराडिसो सोसायटी के 5 टॉवर गिराए जायेंगे. जानकारी के मुताबिक, सोसायटी के D, E, F, G, और H टॉवर को ध्वस्त किया जाएगा. दो साल पहले टॉवर D के 4 फ्लैट्स की छत गिरने से दो लोगों की मौत हो गई थी. इसके बाद 18 मंजिल के इन टॉवरों को असुरक्षित बताया गया था. आईआईटी के स्ट्रैकचरल ऑडिट के बाद इन्हें असुरक्षित माना गया है.
7 मार्च को प्रशासन से टॉवर्स को ध्वस्त करने की अनुमति मांगी गई थी. इसके बाद जिला प्रशासन ने इन पांच टॉवर को ध्वस्त करने अनुमति दे दी थी. ये फ्लैट्स सेक्टर 109 में कुछ साल पहले ही बनकर तैयार हुए थे. लापरवाही की इस घटना ने अधिकारियों को कई ऊंची इमारतों का ऑडिट करने के लिए प्रेरित कर दिया था. जांच में सामने आया था कि बिल्डिंग की मरम्मत का काम बिना निगरानी के किया गया. स्टील की रॉड्स में जंग को छिपाने के लिए उसे ऊपर से पेंट कर दिया गया था. बिल्डिंग की मरम्मत के लिए अपनाया गया तरीका भी अपेक्षित मानक के अनुरूप नहीं था. टॉवर डी से लिए गए नमूने में पाया गया कि इसमें क्लोराइड की मात्रा अधिक थी और कंक्रीट की गुणवत्ता भी खराब पाई गई. कुल मिलाकर यह टावर लोगों के रहने के लायक नहीं है.
सेक्टर 109 में स्थित चिंतल्स पाराडिसो (Chintels Paradiso) सोसायटी पांच टावर को जमींदोज करने की तैयारी है. दरअसल, 10 फरवरी 2022 को इस सोसायटी के डी टावर की छठी मंजिल के एक फ्लैट के डाइनिंग रूम का फर्श सीधे नीचे गिर गया था. यह फर्श गिरते-गिरते पहली मंजिल तक पहुंच गया था. हादसे में 2 महिलाओं की मौत हो गई थी, जबकि आधा दर्जन लोग घायल हो गए थे. IIT दिल्ली की रिपोर्ट को आधार इन फ्लैस्ट के निर्माण में संरचनात्मक और ढांचागत कमी पाई गई थी. चिंतल्स पाराडिसो की तरफ से कहा गया था कि हादसा बेहद दुर्भाग्यपूर्ण था. हादसे में प्रभावित लोगों और अधिकारियों का हर तरह से सहयोग किया जा रहा है और यह जारी रहेगा.
नीरज वशिष्ठ