छत्तीसगढ़ में 15 दिन में दूसरा बड़ा एंटी-नक्सल ऑपरेशन, इस साल अब तक 91 नक्सलियों का हुआ सफाया

एक पुलिस अधिकारी का कहना है कि नक्सलियों के खिलाफ 15 दिन में ये दूसरा बड़ा ऑपरेशन था. इससे पहले 16 अप्रैल को सुरक्षाबलों ने कांकेर के काल्पेर गांव में एक ऑपरेशन में 29 नक्सलियों को मार गिराया था. मंगलवार को जहां नक्सलियों के साथ मुठभेड़ हुई, वो काल्पेर से लगभग 30 किलोमीटर दूर बताई जा रही है.

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Anti-Naxal search operation Anti-Naxal search operation

aajtak.in

  • नई दिल्ली,
  • 01 मई 2024,
  • अपडेटेड 10:29 AM IST

छत्तीसगढ़ में मंगलवार को सुरक्षाबलों ने एक ऑपरेशन में 10 नक्सलियों को ढेर कर दिया. मारे गए नक्सलियों में तीन महिलाएं भी शामिल थी. ये ऑपरेशन नारायणपुर और कांकेर जिले की सीमा पर शुरू किया गया था. 

एक पुलिस अधिकारी ने बताया कि नक्सलियों के खिलाफ 15 दिन में ये दूसरा बड़ा ऑपरेशन था. इससे पहले 16 अप्रैल को सुरक्षाबलों ने कांकेर के काल्पेर गांव में एक ऑपरेशन में 29 नक्सलियों को मार गिराया था. मंगलवार को जहां नक्सलियों के साथ मुठभेड़ हुई, वो काल्पेर से लगभग 30 किलोमीटर दूर बताई जा रही है.

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पुलिस ने बताया कि मंगलवार को मुठभेड़ में मारे गए दो नक्सलियों की पहचान जोगन्ना और विनय उर्फ अशोक के तौर पर हुई है. दोनों माओवादियों की डिविजनल कमेटी के सदस्य थे.

कहां हुआ ऑपरेशन?

जानकारी के मुताबिक, मंगलवार सुबह लगभग 6 बजे अबूझमाड़ इलाके में टेकमेटा और काकुर गांव के बीच जंगल में सुरक्षाबलों और नक्सलियों के बीच मुठभेड़ हुई थी. ये इलाका नक्सलियों का मजबूत गढ़ माना जाता है. बस्तर रेंज के आईजी सुंदरराज पी. ने बताया कि नक्सलियों के खिलाफ ये ऑपरेशन लगभग चार घंटे तक चला था.

उन्होंने बताया कि सोमवार रात को सोनू, जोगन्ना, विनय उर्फ अशोक समेत कई माओवादियों के यहां छिपे होने का इनपुट मिला था. इसके आधार पर डिस्ट्रिक्ट रिजर्व गार्ड और स्पेशल टास्क फोर्स ने मिलकर एंटी-नक्सल ऑपरेशन चलाया गया.

उन्होंने बताया कि जब माओवादियों की तरफ से गोलीबारी बंद हो गई तो शाम तक सर्च ऑपरेशन चलाया गया. इस दौरान 10 नक्सलियों के शव बरामद हुए, जिनमें तीन महिलाएं थीं.

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पुलिस ने बताया कि मारे गए नक्सलियों के पास से एके-47 और इंसास राइफल के अलावा भारी मात्रा में गोला-बारूद और हथियार भी बरादम हुए हैं.

इस साल अब तक 91 नक्सली ढेर

अधिकारियों ने बताया कि इस साल एंटी-नक्सल ऑपरेशन में सुरक्षाबलों ने 91 नक्सलियों को मार गिराया है. ये सारे नक्सली बस्तर रीजन में मारे गए हैं, जिसमें नारायणपुर और कांकेर समेत सात जिले आते हैं. इन नक्सलियों के पास भारी मात्रा में हथियार और गोला-बारूद भी जब्त किए गए हैं.

मुख्यमंत्री विष्णु देव साय ने मंगलवार के ऑपरेशन पर कहा कि नारायणपुर के अबूझमाड़ इलाके में सुरक्षाबलों ने बड़ी कामयाबी हासिल की है. उनकी बहादुरी और साहस को सलाम है. उन्होंने कहा कि हमारी सरकार नक्सलवाद के खिलाफ मजबूती से लड़ रही है. उन्होंने ये भी कहा कि वो इस समस्या को बातचीत के माध्यम से भी सुलझाना चाहते हैं.

छत्तीसगढ़ में नक्सलवाद पर क्या बोले अमित शाह?

केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह ने बुधवार को छत्तीसगढ़ में एक चुनावी सभा को संबोधित करते हुए कहा कि अब छत्तीसगढ़ में कांग्रेस के भूपेश कक्का की सरकार नक्सलवाद को बढ़ाव देती रही. लेकिन हमारे विष्णुदेव जी की सरकार बनने के बाद चार महीने में ही 95 नक्सलियों को ढेर कर दिया गया. इस बीच 350 को गिरफ्तार किया गया है और कईं ने सरेंडर कर दिया है. 

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अमित शाह ने कहा कि मोदी जी ने झारखंड, ओडिशा, बिहार, तेलंगाना, आंध्र प्रदेश, महाराष्ट्र और मध्य प्रदेश से नक्सलवाद को पांच साल में समाप्त किया है. छत्तीसगढ़ छूट गया था, क्योंकि यहां भूपेश कक्का की सरकार थी. आप मोदी जी को तीसरी बार प्रधानमंत्री बना दीजिए, दो साल में ही नक्सलवाद को हम जड़ से उखाड़ कर फेंक देंगे. चुनाव जीतने के लिए कांग्रेस वर्षों से इस देश में आतंकवाद और नक्सलवाद का पोषण कर रही है. लेकिन अब आपको चिंता करने की जरूरत नहीं है. यहां आपने भाजपा की सरकार बनाई है, केंद्र में भी मोदी जी की सरकार तीसरी बार बनने वाली है, उसके बाद नक्सलवाद को जाना ही पड़ेगा.

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