केंद्रीय जांच एजेंसी सीबीआई ने रेलवे में भ्रष्टाचार के खिलाफ बड़ा एक्शन लेते हुए डिविजनल रेलवे मैनेजर (DRM) समेत 6 अधिकारियों को गिरफ्तार किया है. इन सभी पर रेलवे टेंडर आवंटन के बदले 11 लाख रुपये की कथित रिश्वत लेने का आरोप है.
शनिवार को सीबीआई ने बताया कि साउथ सेंट्रल रेलवे के डिविजनल रेलवे मैनेजर और अन्य पांच अधिकारियों को भ्रष्टाचार के आरोप में गिरफ्तार किया है. इन अधिकारियों पर रेलवे का टेंडर देने के बदल 11 लाख रुपये रिश्वत लेने का आरोप है.
'इन लोगों पर CBI ने कसा शिकंजा'
उन्होंने बताया कि गुंतकल डिवीजन के डीआरएम विनीत सिंह के अलावा, जांच एजेंसी ने वरिष्ठ मंडल वित्त प्रबंधक (डीएफएम) कुंडा प्रदीप बाबू, वरिष्ठ मंडल अभियंता (डीईएन) समन्वय यू अक्की रेड्डी, कार्यालय अधीक्षक एम बालाजी और खाता सहायक डी लक्ष्मी पथी राजू को गिरफ्तार किया है. इसके अलावा जांच एजेंसी ने बेंगलुरु स्थित कंपनी सी एन आर प्रोजेक्ट्स इंडिया प्राइवेट लिमिटेड के निदेशक कुप्पम रमेश कुमार रेड्डी और हैदराबाद स्थित बिचौलिए एन रहमतुल्ला को भी सीबीआई ने हिरासत में लिया.
अधिकारी ने बताया कि जांच के दौरान सीबीआई ने गुंतकल, अनंतपुर, नेल्लोर, तिरुपति, हैदराबाद, सिकंदराबाद और बेंगलुरु में सर्च ऑपरेशन किया. इस दौरान अधिकारियों को कई आपत्तिजनक डॉक्यूमेंट और डिजिटल डिवाइस बरामद की है.
13 आरोपियों के खिलाफ मामला दर्ज
इस मामले में पुलिस ने 13 व्यक्तियों और कंपनी सीएनआर प्रोजेक्ट्स के खिलाफ मामला दर्ज किया है, जिसमें साउथ सेंट्रल रेलवे के गुंतकल डिवीजन में टेंडर के आवंटन में बड़े पैमाने पर भ्रष्टाचार के लिए सात लोगों को गिरफ्तार किया है. अधिकारियों ने कहा कि अधिकारियों ने कथित तौर ठेके पर दिए गए कामों के निष्पादन और विधेयकों की त्वरित प्रक्रिया पर विभिन्न टेंडरों के आवंटन, आवंटित कर अनुचित लाभ प्राप्त किए.
DRM ने की थी ज्वेलरी की मांग: CBI
सीबीआई प्रवक्ता ने अपने बयान में यह भी आरोप लगाया गया कि आरोपी लोक सेवक अपने अधिकार क्षेत्र के तहत विभिन्न निविदाएं देने और ठेकेदारों के बढ़े हुए बिलों को मंजूरी देने में भ्रष्ट आचरण में शामिल रहे हैं, जिससे उन्हें गलत लाभ हुआ और सरकारी खजाने को नुकसान हुआ है. CBI ने यह भी आरोप लगाया है कि डीआरएम विनीत सिंह ने पूरी टेंडर राशि का 0.5 प्रतिशत के रूप में सोने के आभूषणों की मांग की थी. जबकि तत्कालीन वरिष्ठ डीईएन समन्वय ने कथित तौर पर 20 लाख रुपये की मांग की थी. आरोपी ने लोकसभा चुनाव के बाद वरिष्ठ डीएफएम और गुंटकल डिवीजन के अतिरिक्त डीआरएम को 10 लाख रुपये देने की योजना बनाई थी.
आरोपियों के खिलाफ शिकायत मिलने के बाद सीबीआई ने जाल बिछाया और वरिष्ठ डीएफएम को दिए गए 10 लाख रुपये और कार्यालय अधीक्षक और एक अन्य अकाउंट असिस्टेंट को दिए गए 50 हजार रुपये बरामद किए.
सीबीआई ने बरामद की ज्वेलरी
साउथ सेंट्रल रेलवे के गुंटकल के डीआरएम के घर पर सर्च ऑपरेशन के दौरान रिश्वत के रूप में की गई ज्वेलरी बरामद किए. पब्लिक सर्वेंट ने रिश्वत स्वीकार की और निजी लोगों पर रिश्वत की राशि और ज्वेलरी पहुंचाने का आरोप लगाया. बेंगलुरु स्थित कंपनी के डायरेक्टर और हैदराबाद स्थित एक व्यक्ति को गिरफ्तार किया है.
एफआईआर में कहा गया है कि कुप्पम रमेश कुमार रेड्डी ने बेंगलुरु स्थित एक अन्य कंपनी एमवीवी सत्यनारायण का प्रतिनिधित्व करने वाले एम भीमा शंकर से कथित तौर पर डीईएन यू अक्की रेड्डी को कम से कम 10 लाख रुपये देने के लिए कहा था. जो कथित तौर पर उनके काम को रोकने की धमकी दे रहे थे. गिरफ्तार खाता सहायक राजू ने कुप्पम रमेश कुमार रेड्डी को एक टेंडर के लिए कुंडा प्रदीप बाबू को तत्काल रिश्वत देने के लिए कहा था.
aajtak.in