अटल बिहारी वाजपेयी की तीसरी पुण्यतिथि आज, पीएम मोदी और अमित शाह ने ऐसे किया याद

पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी (Atal Bihar Vajpayee) की तीसरी पुण्यतिथि (Death Anniversary) आज है. पीएम मोदी (PM Modi), राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद (President Ram Nath Kovind) और उपराष्ट्रपति वेंकैया नायडू (Venkaiah Naidu) ने अटल समाधि स्थल पर पहुंचकर उन्हें को श्रद्धांजलि दी.

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अटल बिहारी वाजपेयी को श्रद्धांजलि अर्पित करते पीएम मोदी (फोटो- ट्विटर) अटल बिहारी वाजपेयी को श्रद्धांजलि अर्पित करते पीएम मोदी (फोटो- ट्विटर)

aajtak.in

  • नई दिल्ली,
  • 16 अगस्त 2021,
  • अपडेटेड 9:19 AM IST
  • 16 अगस्त 2018 को हुआ था निधन
  • पीएम, राष्ट्रपति, उपराष्ट्रपति ने दी श्रद्धांजलि
  • शाह बोले- उन्हें पाकर भारतीय राजनीति धन्य हुई

पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी (Atal Bihar Vajpayee) की तीसरी पुण्यतिथि (Death Anniversary) आज है. राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद (President Ram Nath Kovind) और उपराष्ट्रपति वेंकैया नायडू (Venkaiah Naidu) पीएम मोदी (PM Modi) ने अटल समाधि स्थल पर पहुंचकर उन्हें को श्रद्धांजलि दी. वहीं, गृहमंत्री अमित शाह (Amit Shah) ने कहा कि उनके जैसा नेता पाकर भारतीय राजनीति धन्य हुई.

मोदी बोले- वो दिल-दिमाग में रहते हैं

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प्रधानमंत्री मोदी ने सदैव अटल पर श्रद्धांजलि देने के बाद ट्विटर पर भी पूर्व प्रधानमंत्री को श्रद्धांजलि दी. उन्होंने लिखा, हम उनके व्यक्तित्व को, उनके स्वभाव को, उनकी सूझबूझ और उनके ह्यूमर को याद करते हैं. देश की प्रगति में उनके योगदान को याद करते हैं. मोदी ने आगे लिखा, अटलजी हमारे देशवासियों के दिलों-दिमाग में रहते हैं.

We remember his warm personality, we remember his endearing nature, we remember his wit and humour, we remember his contribution to national progress.

Atal Ji lives in the hearts and minds of our citizens. Today, on his Punya Tithi went to Sadaiv Atal and paid tributes to him. pic.twitter.com/UQUm7K3eiC

— Narendra Modi (@narendramodi) August 16, 2021

अमित शाह बोले- उन्हें पाकर राजनीति धन्य हुई

गृह मंत्री अमित शाह ने वाजपेयी की तीसरी पुण्यतिथि पर ट्वीट कर कहा कि उनके जैसा जननेता पाकर भारतीय राजनीति धन्य हुई. शाह ने ट्विटर पर लिखा, उनके जीवन का एक-एक पल भारत को परम वैभव के शिखर पर ले जाने में समर्पित रहा. उनके जैसा जननेता पाकर भारतीय राजनीति धन्य हुई. उनका मूल्यों और आदर्शों पर आधारित जीवन हम जैसे करोड़ों कार्यकर्ताओं के लिए अनमोल धरोहर है.

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भारत रत्न श्रद्धेय अटल बिहारी वाजपेयी जी के जीवन का क्षण-क्षण भारत को परम वैभव के शिखर पर ले जाने हेतु समर्पित रहा। अटल जी जैसे बहुआयामी व्यक्तित्व वाले जननेता को पाकर भारतीय राजनीति धन्य हुई है। उनका मूल्यों व आदर्शों आधारित जीवन हम करोड़ों कार्यकर्ताओं के लिए एक अनमोल धरोहर है। pic.twitter.com/n6yPJJZz26

— Amit Shah (@AmitShah) August 16, 2021

योगी बोले- आपका जीवन, हम सब के लिए प्रेरणा

उत्तर प्रदेश के सीएम योगी आदित्यनाथ (Yogi Adityanath) ने भी उन्हें श्रद्धांजलि दी. उन्होंने ट्वीट कर लिखा, प्रखर राष्ट्रवादी, जननेता और भारतीय राजनीति में अपने आचरण से मूल्यों की स्थापना करने वाले भारत रत्न अटलजी को श्रद्धांजलि. योगी ने आगे लिखा कि उनका जीवन हम सभी के लिए प्रेरणा है.

प्रखर राष्ट्रवादी, लोकप्रिय जननेता, भारतीय राजनीति में अपने आचरण से लोकतांत्रिक मूल्यों की पुनर्स्थापना करने वाले राजर्षि, पूर्व प्रधानमंत्री, 'भारत रत्न' श्रद्धेय अटल बिहारी वाजपेयी जी को उनकी पुण्यतिथि पर विनम्र श्रद्धांजलि।

आपका त्यागमय जीवन हम सभी के लिए एक महान प्रेरणा है।

— Yogi Adityanath (@myogiadityanath) August 16, 2021

योगी के अलावा यूपी के डिप्टी सीएम केशव प्रसाद मौर्य (Keshav Prasad Maurya) ने भी ट्वीट कर उन्हें श्रद्धांजलि दी. उन्होंने लिखा, हमारे प्रेरणास्त्रोत, पूर्व प्रधानमंत्री, भाजपा के पितामह, भारत रत्न अटल बिहारी वाजपेयी को श्रद्धांजलि.

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राष्ट्रसेवा में अपना सर्वस्व न्योछावर करने वाले, हमारे प्रेरणा स्रोत, भारत के यशस्वी पूर्व प्रधानमंत्री एवं भारतीय जनता पार्टी के पितामह, भारत रत्न परम श्रद्धेय अटल बिहारी वाजपेयी जी की पुण्यतिथि पर उन्हें विनम्र श्रद्धांजलि! #AtalBihariVajpayee #तृतीय_पुण्यतिथि_अटल_जीकी pic.twitter.com/y3S7eoGacu

— Keshav Prasad Maurya (@kpmaurya1) August 16, 2021

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16 अगस्त 2018 को हुआ था निधन

अटल बिहारी वाजपेयी का जन्म 25 दिसंबर 1924 को मध्य प्रदेश के ग्वालियर में हुआ था. 1951 में जनसंघ की स्थापना हुई और उन्होंने राजनीति में प्रवेश किया. 2005 में उन्होंने सक्रिय राजनीति से संन्यास ले लिया था. 2009 के बाद से उनकी तबीयत बिगड़ने लगी थी. 2018 में उनकी तबीयत फिर बिगड़ गई, जिसके बाद उन्हें दिल्ली एम्स में भर्ती कराया गया. 16 अगस्त 2018 को उन्होंने 93 साल की उम्र में आखिरी सांस ली. 

तीन बार प्रधानमंत्री रहे

1957 में वाजपेयी ने मथुरा और बलरामपुर से लोकसभा चुनाव लड़ा. मथुरा से वो हार गए, लेकिन बलरामपुर से जीत गए. 1980 में उन्होंने लाल कृष्ण आडवाणी के साथ मिलकर भारतीय जनता पार्टी की नींव रखी. वाजपेयी तीन बार देश के प्रधानमंत्री बने. पहली बार 1996 में 13 दिन के लिए पीएम बने. दूसरी बार 1998 में प्रधानमंत्री बने और सहयोगी पार्टियों के समर्थन वापस लेने की वजह से 13 महीने में उनकी सरकार गिर गई. तीसरी बार 13 अक्टूबर 1999 को प्रधानमंत्री बने और 5 साल का कार्यकाल पूरा किया. 

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