महाराष्ट्र के पालघर जिले में कक्षा 6 की एक छात्रा की मौत के मामले में एक महिला शिक्षिका को गिरफ्तार किया गया है. दरअसल, छात्रा को स्कूल देर से आने पर कथित तौर पर 100 उठक-बैठक करने के लिए मजबूर किया गया था जिससे उसकी हालत बिगड़ गई और मौत हो गई. छात्रा स्कूल में 10 मिनट लेट पहुंची थी. इसपर उसकी टीचर को गुस्सा आ गया तो उसने छात्रा को 100 उठक-बैठक लगाने की सजा दी. इससे उसकी हालत खराब हो गई और इलाज के दौरान 7 दिन बाद उसकी मौत हो गई.
वालिव पुलिस थाने के एक अधिकारी ने बताया कि वसई इलाके के सातीवली स्थित निजी स्कूल से हटाई गई आरोपी शिक्षिका पर भारतीय न्याय संहिता के तहत गैर इरादतन हत्या का मामला दर्ज किया गया है.
8 नवंबर को देर से स्कूल पहुंचने पर लड़की से कथित तौर पर 100 उठक-बैठक करने को कहा गया था. शिक्षिका ने उसे स्कूल बैग पीठ पर रखकर उठक-बैठक करवाई थी. उसकी मां ने आरोप लगाया है कि टीचर द्वारा दी गई 'अमानवीय सजा' के कारण लड़की की मौत हुई.
अधिकारी ने बताया कि 13 वर्षीय लड़की को स्वास्थ्य संबंधी समस्याएं थीं और वह सजा सहन नहीं कर सकी. उसकी तबीयत खराब हो गई और उसे मुंबई के एक अस्पताल ले जाया गया, जहां सात दिन बाद उसकी मौत हो गई. इस मौत के बाद स्थानीय निवासियों और महाराष्ट्र नवनिर्माण सेना के कार्यकर्ताओं ने विरोध प्रदर्शन किया, जिसके बाद पुलिस ने मामला दर्ज किया. अधिकारी ने बताया कि पुलिस ने मंगलवार रात टीचर को गिरफ्तार कर लिया. शिक्षा विभाग के साथ साथ वसई-विरार नगर निगम ने भी जांच शुरू कर दी है.
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