सेहत पर उठ रहे सवाल के बीच डेढ़ महीने बाद नजर आए उद्धव ठाकरे, कैबिनेट मीटिंग में वर्चुअली लिया हिस्सा

उद्धव ठाकरे डेढ़ महीने के बाद सक्रिए दिखे. उन्होंने गुरुवार को कैबिनेट मीटिंग के बाद रात 10 बजे कोरोना टास्क फोर्स की बैठक भी बुलाई है. इस बैठक में भी ठाकरे वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए शामिल होंगे. दरअसल, उद्धव ठाकरे को ऑपरेशन के बाद डॉक्टरों ने घूमने फिरने की मनाही की थी. उद्धव को 2 दिसंबर को अस्पताल से छुट्टी मिली थी.

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महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे की 10 नवंबर को सर्जरी हुई थी. महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे की 10 नवंबर को सर्जरी हुई थी.

साहिल जोशी

  • मुंबई,
  • 23 दिसंबर 2021,
  • अपडेटेड 10:55 PM IST
  • डेढ़ महीने बाद सार्वजनिक तौर पर नजर आए उद्धव ठाकरे
  • उद्धव ठाकरे की 10 नवंबर को सर्वाइकल स्पॉन्डिलाइटिस की सर्जरी हुई थी

सेहत पर उठ रहे सवालों के बीच महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे डेढ़ महीने बाद नजर आए. उद्धव ने गुरुवार को वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए कैबिनेट मीटिंग में हिस्सा लिया. दरअसल, उद्धव ठाकरे की 10 नवंबर को सर्वाइकल स्पॉन्डिलाइटिस की सर्जरी हुई थी. इसके बाद से वे नजर नहीं आ रहे थे. वहीं, भाजपा लगातार इस मुद्दे पर सरकार को घेर रही थी.

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उद्धव ठाकरे डेढ़ महीने के बाद सक्रिए हुए. उन्होंने गुरुवार को कैबिनेट मीटिंग के बाद रात 10 बजे कोरोना टास्क फोर्स की बैठक भी बुलाई है. इस बैठक में भी ठाकरे वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए शामिल होंगे. दरअसल, उद्धव ठाकरे को ऑपरेशन के बाद डॉक्टरों ने घूमने फिरने की मनाही की थी. उद्धव को 2 दिसंबर को अस्पताल से छुट्टी मिली थी. 

विधानसभा अधिवेशन में भी हो सकते हैं शामिल
विधानसभा सत्र शुरू होने के दौरान उनके आने के कयास लगाए जा रहे थे. लेकिन वे उपस्थित नहीं हुए. विपक्ष भी इस मुद्दे पर लगातार जवाब मांग रहा था. विपक्ष ने विधानसभा सत्र के दौरान यह सवाल उठाया था कि सरकार जवाब दे कि उद्धव सीएम का पद संभालने की स्थिति में हैं या नहीं. इतना ही नहीं विपक्ष ने अटकलें लगाई थीं कि उद्धव शायद अपना पद पत्नी या बेटे आदित्य को सौंप दें. लेकिन अब उद्धव का वीडियो जारी कर इन अटकलों पर विराम लगा दिया गया है. 

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हालांकि, उद्धव वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए ही कैबिनेट बैठक में शामिल हुए. बताया जा रहा है कि विधानसभा अधिवेशन में जब स्पीकर का चुनाव होगा, तो वे विधानसभा में आ सकते हैं. दरअसल, महाराष्ट्र में सरकार बनाते वक्त शिवसेना के किसी दूसरे नेता के मुख्यमंत्री बनने पर सहमति नहीं बनी थी. कांग्रेस और एनसीपी का कहना था कि उद्धव ठाकरे खुद सीएम बनें. इसके बाद उन्हें मुख्यमंत्री बनना पड़ा था. 

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