फ्लेमिंगो पक्षियों के झुंड से गुजरा एमिरेट्स एयरलाइन का विमान, 40 परिदों की मौत

एमिरेट्स एयरलाइन के एक विमान की चपेट में आने से लगभग चालीस राजहंस की मौत हो गई थी. इसी मामले में महाराष्ट्र वन विभाग की एक टीम ने एमिरेट्स एयरलाइन के पायलट के बयान दर्ज करेगी. अतिरिक्त मुख्य वन संरक्षक एसवी रामाराव ने कहा कि हमारी टीम जमीन स्तर पर जांच कर रही है. हम फ्लेमिंगो की मौत के कारण का पता लगा रहे हैं. हम उस पायलट के बयान भी दर्ज करेंगे

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aajtak.in

  • मुंबई,
  • 21 मई 2024,
  • अपडेटेड 2:42 PM IST

महाराष्ट्र वन विभाग की एक टीम सोमवार शाम को राजहंस के झुंड के बीच से विमान के कथित तौर पर उड़ान भरने की वजह से मारे गए राजहंस की घटना के बाद एमिरेट्स एयरलाइन के पायलट का बयान दर्ज करेगी. 

मुंबई में एमिरेट्स एयरलाइन के एक विमान की चपेट में आने से लगभग चालीस राजहंस की मौत हो गई थी. इसी मामले में महाराष्ट्र वन विभाग की एक टीम ने एमिरेट्स एयरलाइन के पायलट के बयान दर्ज करेगी. मुंबई में घाटकोपर के लक्ष्मी नगर इलाके के निवासियों को सोमवार देर रात को करीब 9 बजे इलाके में चालीस से ज्यादा फ्लेमिंगो के शव पड़े मिले थे.

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'वन विभाग की टीम ने इकट्ठे किए सैंपल'

सूत्रों ने कहा कि एमिरेट्स एयरलाइन की उड़ान ईके 509 मुंबई में उतरने के लिए तैयार थी और पायलट ने विमान से पक्षियों के टकराने की घटना के बारे में एयर ट्रैफिक कंट्रोल (ATC) को जानकारी दी थी. इस घटना के बाद महाराष्ट्र वन विभाग ने घटना की पूर्ण पैमाने पर जांच शुरू कर दी है और विभाग के अधिकारियों ने सैंपल इकट्ठे  करना शुरू कर दिया है. घाटकोपर के लक्ष्मी नगर इलाके के लोगों से बात करते हुए घटनास्थल पर जांच की जा रही है. 

अतिरिक्त मुख्य वन संरक्षक एसवी रामाराव ने कहा कि हमारी टीम जमीन स्तर पर जांच कर रही है. हम फ्लेमिंगो की मौत के कारण का पता लगा रहे हैं. हम उस पायलट के बयान भी दर्ज करेंगे, जिसने एटीसी को विमान से राजहंस के टकराने की जानकारी दी थी.

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फ्लाइट की रिशेड्यूल

विमान से फ्लेमिंगो के टकराने की घटने के बाद एमिरेट्स एयरलाइन के विमान का निरीक्षण किया गया. घटना के बाद मुंबई से दुबई जाने वाली इस फ्लाइट EK 509 को रद्द कर दिया गया, जिसकी वजह से कई यात्री मुंबई में फंसे रहे. इसके बाद मुंबई-दुबई इस फ्लाइट एमिरेट्स  509 को मंगलवार रात 9 बजे के लिए रिशेड्यूल कर दिया गया और एयरलाइन की ओर से प्रक्रिया के अनुसार, सभी यात्रियों के रुकने की व्यवस्था भी की गई.

NGO ने उठाए सवाल

इस बीच एक एनजीओ और वन्यजीव कल्याण संगठन ने घटना पर सवाल उठाए और कहा कि ऐसा माना जाता है कि फ्लेमिंगो का झुंड ठाणे राजहंस अभयारण्य की ओर उड़ रहा था, तभी झुंड विमान की चेपट में आ गया और इससे चालीस से ज्यादा फ्लेमिंगो मार गए. कार्यकर्ताओं ने यह भी कहा कि हो सकता है कि उनके निर्माण, प्रदूषण और अन्य कारकों के कारण फ्लेमिंगो अपना उड़ान मार्ग को बदल रहे हैं और इसी दिशा से ठाणे फ्लेमिंगो सेंचुरी जा रहे हों. 

वहीं, एनजीओ के सवाल उठाने के बाद वन विभाग के अधिकारियों ने कहा कि जांच में पक्षियों द्वारा अपनाई गई उड़ान की दिशा समेत कई पहलुओं को शामिल किया जाएगा.
 

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