बृहन्मुंबई नगर निगम (बीएमसी) द्वारा 2016 से अब तक जारी किए गए लगभग 4 लाख विवाह पंजीकरण प्रमाणपत्र अब डिजिलॉकर मोबाइल ऐप के माध्यम से उपलब्ध हैं. मुंबई नागरिक निकाय ने मंगलवार को ये जानकारी दी है. विवाह पंजीकरण प्रमाण पत्र विवाहित लोगों के लिए एक महत्वपूर्ण व्यक्तिगत दस्तावेज माना जाता है क्योंकि पासपोर्ट, वीजा और कई अन्य सरकारी कागजात के लिए इसकी आवश्यकता होती है.
बीएमसी ने कहा कि उसने 2010 में विवाह पंजीकरण शुरू किया था और इसके लिए ऑनलाइन सेवा जनवरी 2016 से नागरिकों को उपलब्ध कराई गई थी. बीएमसी ने एक विज्ञप्ति में कहा कि आज तक, 3,80,494 विवाह निगम में पंजीकृत किए गए हैं.
ये दस्तावेज डिजिलॉकर मोबाइल एप पर उपलब्ध होंगे. डिजीलॉकर में कई दस्तावेजों की वही आधिकारिक और कानूनी स्थिति है जो विभिन्न प्राधिकरणों द्वारा जारी किए गए मूल भौतिक दस्तावेजों की है. विज्ञप्ति में कहा गया है, ''अब से विवाह पंजीकरण प्रमाणपत्र की हार्ड कॉपी ले जाने की जरूरत नहीं होगी.
कहां काम आता है शादी का सर्टिफिकेट?
- शादी के बाद अगर आप ज्वाइंट बैंक अकाउंट खुलवाना चाहते हैं, तो मैरिज सर्टिफिकेट लगाना होगा.
- पासपोर्ट के लिए अप्लाई करते समय भी शादी के प्रमाण पत्र की जरूरत पड़ेगी.
- अगर आप शादी के बाद बीमा कराना चाहते हैं, तो अपना मैरिज सर्टिफिकेट लगाना जरूरी होगा.
- अगर दंपति ट्रैवल वीज़ा या किसी देश में स्थाई निवास के लिए आवेदन करना चाहते हैं, तो मैरिज सर्टिफिकेट लगाना होगा.
- अगर महिला शादी के बाद सरनेम नहीं बदलना चाहती, तो ऐसे में मैरिज सर्टिफिकेट के बगैर सरकारी सुविधाओं का लाभ नहीं मिलेगा.
- शादी के बाद किसी नेशनल बैंक से लोन लेने के लिए शादी का सर्टिफिकेट जरूरी होता है.
- किसी भी प्रकार के कानूनी मामले में मैरिज सर्टिफिकेट जरूरी होगा. जैसे अगर दंपति में से कोई एक शादी के बाद धोखा देकर भाग जाता है, तो शिकायत दर्ज कराने के लिए शादी का सर्टिफिकेट काम आएगा.
- तलाक की अर्जी लगाने के लिए भी मैरिज सर्टिफिकेट काम आएगा. सिंगल मदर या तलाकशुदा महिलाओं को नौकरी में रिज़र्वेशन लेने के लिए तलाक का डॉक्यूमेंट दिखाना होता है.
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