मध्य प्रदेश के विंध्य इलाके में 3 ऐसे बड़े बस हादसे हुए हैं जिनमें कई लोग मारे गए. इन तीनों हादसों की वजह खराब सड़क ही रही जिसकी वजह से बस को अपने गंतव्य तक जाने के लिए दूसरा रास्ता अपनाना पड़ा, जो हादसे का कारण बना. इन सबमें एक खास बात यह भी थी कि यह सभी हादसे त्योहार के दिन ही हुए.
मंगलवार सुबह सीधी जिले में एक बस के बाणसागर नहर में गिरने से 49 लोगों की मौत की बात कही जा रही है. यह हादसा बंसत पंचमी के दिन हुआ है. बस सीधी से सतना जा रही थी लेकिन रामपुर नैकिन के आगे जाम लगा था जिस वजह से बस ने दूसरा नहर वाला रास्ता पकड़ा.
ड्राइवर की लापरवाही से हादसा हुआ और 32 सीटर बस पूरी तरह नहर में समा गई. इस ओवरलोड बस में 59 लोग सवार थे जिसमें से सिर्फ 5 लोग बचे, बाकी की जल समाधि बन गई.
इससे पहले 2006 में रीवा जिले के गोविंदगढ़ तालाब में बस पलट गई जिसमें 62 लोग मारे गए थे. बदहाल सड़क की वजह से यह हादसा हुआ. यह हादसा दीवाली के दो दिन पहले धनतेरस को हुआ था.
सतना जिले के लिलजी बांध पर 1988 में एक बड़ा बस हादसा हुआ था जिसमें 97 लोग मारे गए थे. यात्रियों से भरी पूरी बस, बांध के पानी में समा गई और वहां यात्रियों की जल समाधि बन गई. यह हादसा रक्षाबंधन के दिन हुआ था.