Jharkhand Train Accident: हावड़ा-मुंबई ट्रेन रूट अब भी बंद, 36 घंटे बाद भी जारी है राहत-बचाव कार्य

चक्रधरपुर रेल मंडल के बड़ाबम्बू में बीते मंगलवार एक बड़ा रेल हादसा हुआ था, जिसमें दो लोगों की मौत हो गई थी और कई लोग घायल हो गए थे. इस हादसे को हुए 30 घंटे से भी ज्यादा का समय बीत चुका है, लेकिन अब भी ट्रेनों का परिचालन शुरू नहीं हुआ है. वहीं हावड़ा-मुंबई मुख्य रेल मार्ग भी अभी बाधित है.

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सत्यजीत कुमार

  • रांची,
  • 31 जुलाई 2024,
  • अपडेटेड 2:06 PM IST

झारखंड के चक्रधरपुर रेल मंडल के बड़ाबम्बू में मंगलवार की सुबह (30 जुलाई) जो हादसा हुआ था, उसे 36 घंटे के करीब हो चुके हैं, लेकिन इसके बाद भी अब तक हावड़ा मुंबई मुख्य रेल मार्ग में ट्रेनों का परिचालन शुरू नहीं हो पाया है. घटनास्थल पर बचाव और राहत कार्य अब भी जारी है. रेल पटरी को दुरुस्त किया जा रहा है, ताकि जल्द से जल्द ट्रेनों का परिचालन फिर से शुरू किया जा सके. वहीं घटनास्थल पर 140 टन की चार क्रेन और कई जेसीबी मशीन की मदद से रेस्टोरेशन का काम जारी है. हजारों रेलकर्मी, ठेका मजदूर दिन रात मेहनत कर दोबारा ट्रेन परिचालन शुरू करने का काम कर रहे हैं.

नहीं शुरू हुआ ट्रेनों का परिचालन

बता दें कि चक्रधरपुर रेलवे अस्पताल में भर्ती रेल हादसे के घायलों का इलाज दूसरे दिन भी जारी है. चक्रधरपुर रेलवे अस्पताल में फिलहाल 23 यात्रियों का इलाज चल रहा है. वहीं 25 से ज्यादा यात्रियों को मरहम पट्टी कर छोड़ दिया गया है, जबकि 8 घायलों को बेहतर इलाज के लिए दूसरे अस्पताल में रेफर किया गया है. 

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इसके अलावा घटना स्थल पर रेलकर्मी और ठेका मजदूर रात भर रेल अधिकारियों के दिशा निर्देश पर रेल पटरी को दुरुस्त करने में जुटे हुए हैं. रात भर युद्धस्तर पर घटना स्थल पर काम चल रहा था, उसके बाद भी अब तक रीस्टोरेशन का काम पूरा नहीं हो पाया है. जीएम अनिल मिश्रा ने बताया था कि पटरी पर दोबारा ट्रेन चलाने में 18 घंटे का वक्त लग सकता है और अब 30 घंटे बीत चुके हैं.

हादसे के बाद से हावड़ा मुंबई मुख्य रेल मार्ग जाम है. घटना स्थल पर तीनों रेल पटरी क्षतिग्रस्त हैं. तीनों रेल पटरी को ठीक करने के साथ-साथ उन पर पड़े क्षतिग्रस्त डिब्बों को क्रेन की मदद से एक-एक कर हटाया जा रहा है. रीस्टोरेशन के काम के दौरान मजदूरों को कई बाधाओं का भी सामना करना पड़ रहा है. यही वजह है कि रीस्टोरेशन का कार्य लम्बा खिंचता जा रहा है. वहीं इस बात की उम्मीद जताई जा रही है कि शाम ढलने से पहले एक से दो रेल पटरी को ठीक कर उस पर ट्रेनों का परिचालन शुरू कर दिया जाएगा. 

ट्रेन हादसे में दो लोगों ने गंवाई जान

बता दें कि बीते मंगलवार को तड़के 3:45 बजे हावड़ा मुंबई मेल बगल वाली रेल पटरी पर दुर्घटनाग्रस्त होकर पड़ी एक मालगाड़ी से बड़ाबम्बू रेलवे स्टेशन के पास टकरा गई थी. इस हादसे में मेल एक्सप्रेस के 18 डिब्बे पटरी से उतर गए थे और दो यात्रियों की मौत हो गई थी. इसके अलावा कई घायल यात्रियों को रेलवे अस्पताल में भर्ती कराया गया था. वहीं अब हालात को फिर से ठीक करने की कवायत चल रही है. 

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इस बीच हादसे को लेकर उभरे सवाल अभी भी लोगों के मन में कौंध रहे हैं की एक मालगाड़ी 6 मिनट से दुर्घटनाग्रस्त होकर बड़ाबम्बू स्टेशन में पड़ी हुई थी और इसकी जानकारी मेल एक्सप्रेस के चालक को नहीं हुई, जिसकी वजह से एक बड़ा रेल हादसा हो गया. इस घटना को लेकर जीएम ने जांच के आदेश दिए हैं और सभी को जांच के बाद आने वाली रिपोर्ट का इंतजार है ताकि यह पता चल सके की किसकी लापरवाही और चूक से इतना बड़ा हादसा हुआ और दो यात्रियों को जान गंवानी पड़ी. 

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