कश्मीर नीति पर बहस में 1990 में कश्मीरी पंडितों के पलायन का मुद्दा उठा, जिसमें तत्कालीन फारूक अब्दुल्ला सरकार और केंद्र की वीपी सिंह सरकार की भूमिका पर सवाल किए गए. एक वक्ता ने पूछा, 'कश्मीरी हिंदू को भेड़ बकरिया नहीं है, आप उनको निकलवा देंगे?' जवाब में NC-कांग्रेस ने अपने कार्यकाल के पुनर्वास प्रयासों का ज़िक्र किया और बीजेपी के 10 साल के शासन पर सवाल उठाए.