भारत-पाक मैच ग्रुप में देखा तो लगेगा 5 हजार रुपये का जुर्माना, NIT श्रीनगर का छात्रों को आदेश

श्रीनगर NIT ने अपने छात्रों को ग्रुप में एशिया कप क्रिकेट में भारत-पाकिस्तान मैच नहीं देखने का आदेश दिया है. साथ ही आदेश दिया गया है कि वो मैच से संबंधित कोई भी सोशल मीडिया पोस्ट नहीं करेंगे. डीन ऑफ स्टूडेंट्स वेलफेयर की ओर से जारी नोटिस में संस्थान प्रशासन ने छात्रों को मैच के दौरान अपने कमरों में रहने को कहा है. 

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NIT श्रीनगर (फाइल फोटो) NIT श्रीनगर (फाइल फोटो)

aajtak.in

  • नई दिल्ली,
  • 28 अगस्त 2022,
  • अपडेटेड 8:25 AM IST

जम्मू-कश्मीर में श्रीनगर स्थित नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी (NIT) ने छात्रों से आज भारत-पाकिस्तान एशिया कप क्रिकेट मैच को ग्रुप में नहीं देखने से मना किया है. इसके साथ छात्रों को आदेश दिया गया है कि वो मैच से संबंधित कोई भी सोशल मीडिया पोस्ट नहीं करेंगे. डीन ऑफ स्टूडेंट्स वेलफेयर की ओर से जारी नोटिस में संस्थान प्रशासन ने छात्रों को मैच के दौरान अपने कमरों में रहने को कहा है. 

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डीन की ओर से जारी नोटिस में कहा गया है, 'छात्रों को पता है कि दुबई इंटरनेशनल स्टेडियम में विभिन्न देशों की क्रिकेट सीरीज चल रही है. छात्रों को निर्देश दिया जाता है कि वे खेल को एक खेल के रूप में लें और संस्थान/होस्टल में किसी भी तरह की अनुशासनहीनता न पैदा करें.' 

ग्रुप में मैच देखने पर 5000 का जुर्माना 

इसके साथ ही रविवार के मैच के दौरान छात्रों को अपने होस्टल में आवंटित कमरों में रहने और अन्य छात्रों को दूसरे छात्रों के रूम में प्रवेश करने, समूहों में मैच देखने की अनुमति नहीं देने का आदेश दिया गया है. एनआईटी ने अपने नोटिस में कहा, 'यदि किसी विशेष कमरे में मैच देखने वाले छात्रों का एक समूह है, तो जिन छात्रों को वह विशेष कमरा आवंटित किया गया है, उन्हें संस्थान के छात्रावास के आवास से वंचित कर दिया जाएगा और इसमें शामिल सभी छात्रों पर कम से कम 5,000 रुपये का जुर्माना लगाया जाएगा.' 

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2016 में हुआ था विवाद 

छात्रों को सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर मैच से संबंधित किसी भी पोस्ट करने से बचने के लिए भी आदेश दिया गया है. इसके अलावा, उन्हें आदेशित किया गया है कि वे मैच के दौरान या बाद में होस्टल के कमरों से बाहर न निकलें. बता दें कि साल 2016 में टी-20 वर्ल्डकप-सेमीफाइनल में वेस्टइंडीज से भारत की हार के बाद बाहरी और स्थानीय छात्रों के बीच कैंपस में संघर्ष हो गया था, जिसके बाद एनआईटी को कई दिनों तक बंद रखा गया था.  

 

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