जम्मू-कश्मीर में चुनावी हार का सामना करने के बाद कांग्रेस ने प्रदेश कार्यकारिणी के पुनर्गठन पर मंथन करना शुरू कर दिया है. कांग्रेस सूत्रों के मुताबिक राज्य में पार्टी को मजबूत करने के लिए जम्मू और लद्दाख में अलग-अलग प्रदेश अध्यक्ष बनाने का सुझाव दिया गया है.
कांग्रेस के वरिष्ठ नेता गुलाम नबी आजाद की अध्यक्षता में रविवार को श्रीनगर में प्रदेश कांग्रेस ने चुनावों में हार के कारणों पर मंथन किया. इस समीक्षा बैठक में कांग्रेस नेताओं ने कहा कि प्रदेश कार्यकारिणी के पुनर्गठन की जरूरत है.
बैठक में चर्चा हुई कि पार्टी ने जम्मू में हिंदू वोटबैंक और लद्दाख क्षेत्र में बौद्ध वोटबैंक खोया है. कांग्रेस नेताओं का मानना है कि पार्टी को विधानसभा चुनाव से पहले सुधार करके चुनाव जीतने के लिए अभी से तैयारी शुरू कर देनी चाहिए. इसका मतलब है कि कांग्रेस जम्मू में हिंदू और लद्दाख में बौद्ध पार्टी अध्यक्ष बनाना चाहती है.
बता दें कि हाल ही हुए लोकसभा चुनाव में कांग्रेस ने राज्य की छह में से पांच सीटों पर चुनाव लड़ा था. जिसमें दो सीटों पर कांग्रेस को नेशनल कॉन्फ्रेंस पार्टी और पीडीपी का समर्थन मिला. इसके बाद भी कांग्रेस एक सीट भी जीतने में कामयाब नहीं हो पाई है.
सना जैदी / सुनील जी भट्ट