पहले काला नाग कहा और अब मेंढक..., कांग्रेस के बागी विधायकों पर फिर बरसे सीएम सुक्खू

हिमाचल प्रदेश के मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह ने एक बार फिर बागी विधायकों पर हमला बोला है. सुक्खू ने कहा, कभी यहां से छलांग मारते हैं, कभी वहां से... मेंढक की तरह. कभी हरिद्वार तो कभी ऋषिकेश... कब तक आप लोगों से छुपते रहेंगे, जनता का आपको सामना करना पड़ेगा.

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हिमाचल प्रदेश के सीएम सुखविंदर सिंह सुक्खू. हिमाचल प्रदेश के सीएम सुखविंदर सिंह सुक्खू.

aajtak.in

  • शिमला,
  • 13 मार्च 2024,
  • अपडेटेड 11:11 AM IST

हिमाचल प्रदेश में कांग्रेस के बागी विधायकों पर मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू लगातार हमलावर हैं. सीएम की नाराजगी तीखी होती जा रही है. कुछ दिन पहले सीएम ने बागी विधायकों को 'काला नाग' कहा था और कई सवाल पूछे थे. अब सीएम ने इन बागी विधायकों की तुलना 'मेंढक' से कर दी है. सुक्खू ने कहा कि बागी विधायक इस समय मेंढक की तरह यहां से वहां उछल रहे हैं.

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सुक्खू ने कहा, कभी यहां से छलांग मारते हैं, कभी वहां से... मेंढक की तरह. कभी हरिद्वार तो कभी ऋषिकेश... कब तक आप लोगों से छुपते रहेंगे, जनता का आपको सामना करना पड़ेगा. मैं ये भी कह सकता हूं कि हमारी सरकार 5 साल चलेगी और 5 साल में ये हिमाचल 2027 तक आत्मनिर्भर बनेगा. 

'लोग आपको नमस्कार करेंगे'

सुक्खू ने कहा, 2032 तक हिमाचलवासी बड़े गर्व से कहेगा कि हम एक समृद्धशाली और अमीर राज्य के निवासी हैं. लोग आपको नमस्कार करेंगे. हम इस प्रकार की रणनीति पर काम कर रहे हैं. हम शिक्षा और हेल्थ के क्षेत्र में गुणवत्ता ला रहे हैं. अभी हमने योजना बोर्ड का अध्यक्ष भी बनाया है.

'जो काले नाग थे, उन्होंने ईमान बेच दिया'

इससे पहले सुक्खू ने एक बयान में पार्टी को धोखा देने वालों को काला नाग कहा था. सीएम ने कहा, कुछ लोगों ने षडयंत्र के तहत सरकार गिराने की कोशिश की है, लेकिन मैं उनसे डरता नहीं हूं. जो विधायक अपना ईमान बेच दे वो विधानसभा क्षेत्र के लोगों का क्या भला करेगा. भारतीय जनता पार्टी के नेता और जो कांग्रेस के काले नाग थे, उन्होंने अपने ईमान को बेच दिया. 28 तारीख (फरवरी) को बजट पास होना था, 27 तारीख स्पीकर के पास जाकर उन्हें धमकाया गया. 

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'मैं षड्यंत्र का शिकार नहीं होना चाहता'

मुख्यमंत्री ने आगे कहा, जिन 6 काले नागों ने गद्दारी की, वो सड़क रास्ते से नहीं आए. सीआरपीएफ और हरियाणा पुलिस उन्हें मिली, हेलिकॉप्टर उन्हें मिले. वे हेलिकॉप्टर से आए और बजट में अंदर नहीं बैठे, कांग्रेस के पक्ष में नहीं बैठे. उस बजट में गरीबों के लिए योजनाएं थीं. मैं राजनीतिक षड्यंत्रों का शिकार नहीं होना चाहता.

वहीं, कांग्रेस ने हिमाचल प्रदेश में छह सदस्यीय समन्वय समिति की घोषणा की है. ये समिति सरकार और संगठन के बीच बेहतर समन्वय बनाने की दिशा में काम करेगी. इस समिति में सीएम सुक्खू, प्रदेश अध्यक्ष प्रतिभा सिंह और डिप्टी सीएम मुकेश अग्निहोत्री का नाम भी शामिल हैं.

बागी राजिंदर राणा ने सीएम से पूछे थे कई सवाल

इससे पहले अयोग्य ठहराए गए कांग्रेस विधायक राजिंदर राणा ने मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू से कई सवाल पूछे थे. राणा का कहना था कि वे (सीएम सुक्खू) 'झूठी' घोषणाएं कर रहे हैं. जबकि राज्य वित्तीय संकट का सामना कर रहा है. राणा ने एक फेसबुक पोस्ट में सीएम से पूछा, जनता जानना चाहती है कि ये घोषणाएं कैसे पूरी होंगी. उन्होंने कहा, क्या आप लोगों को बताएंगे कि जब राज्य आर्थिक संकट से गुजर रहा है तो 20 से अधिक ओएसडी और सलाहकारों की सेना क्यों नियुक्त की गई है? 

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'हमारी मेहनत से बनी है सरकार'

2017 में सुजानपुर से पूर्व मुख्यमंत्री पीके धूमल को हराने के बाद सुर्खियों में आए राणा ने सीएम से यह भी सवाल किया कि क्या राज्य में कांग्रेस सरकार के गठन में उनकी (राणा) कोई भूमिका थी या क्या आप आंखें मूंद लेंगे? सच तो यह है कि सरकार हमारे प्रयासों और कार्यकर्ताओं की मेहनत से बनी है. क्या आप चुने हुए प्रतिनिधियों के खिलाफ झूठे मामले बनाकर लोकतंत्र को मजबूत कर रहे हैं? क्या आप अपने दोस्तों को प्राथमिकता नहीं दे रहे हैं? राणा ने सवाल किया था, क्या यह सच नहीं है कि आपने राज्य को बैक गियर में डाल दिया है.

(रिपोर्ट- मृत्युंजय पुरी)

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