हरियाणा के गुरुग्राम में सेक्टर-109 में स्थित एक बहुमंजिला इमारत का हिस्सा गिरने से 2 महिलाओं की मौत हो गई थी. जिसके बाद डीटीपी गुरुग्राम ने इस मामले में चिंटल पैरादिसो के निदेशक अशोक सोलेमन, स्ट्रक्चर इंजीनियर अजय साहनी, डिजाइन सलाहकार कुंवर खालिक अहमद, आर्केटेक्ट अरविंद गुप्ता, आशीष जैसवाल, ठेकेदार भयाना बिल्डर और अन्य के खिलाफ एफआईआर दर्ज करवाई है.
वहीं, इस मामले में डीटीपी आरएस भाट की मानें तो किसी भी दोषी को बख्शा नहीं जाएगा. गुरुग्राम पुलिस ने धारा-10,120-B,417,420,465,467,468,471 के तहत मामला दर्ज किया गया है. बता दें, हादसा गुरुवार शाम को हुआ था. यहां बिल्डिंग की एक के बाद एक 7 फ्लोर की छतें ढह गई थीं. जैसे ही हादसे की सूचना मिली तो पुलिस और दमकल विभाग की टीम मौके पर पहुंची और बचाव कार्य शुरू किया. फिर घायल लोगों को मलबे से निकालकर अस्पताल पहुंचाया गया. बचाव-दल द्वारा डी-टावर में रहने वाले लोगों से जल्दी से जल्दी बाहर निकलने को कहा जाने लगा. उन्हें क्लब हाउस में ठहराया गया. फिर अगली सुबह तक, पूरी इमारत खाली करा ली गई.
4 साल पहले ही तैयार हुई थी इमारत
बताया जा रहा है कि यह बिल्डिंग लगभग 4 साल पहले ही तैयार हुई थी. 18 मंजिला इमारत में हुए हादसे के बाद यहां रहने वाले लोग हैरान हैं. सोसाइटी के कई लोगों ने हादसे पर बात करते हुए अपना डर जाहिर किया. एक महिला ने कहा, ''गुरुवार शाम तक सब ठीक था. हमें बिल्कुल भी अंदाजा नहीं था कि अपार्टमेंट पर ऐसा भी कोई हादसा हो सकता है. शाम साढ़े छह बजे बिल्डिंग के अंदर एक के बाद एक 7 फ्लैट कैसे धंस गए, कोई समझ ना पाया. जोरदार आवाज हुई, और चीख-पुकार सुनाई देने लगी.''
निर्माण-कार्य में घटिया सामग्री इस्तेमाल की गई
इस घटना को लेकर कुछ लोगों का कहना है कि निर्माण-कार्य में घटिया सामग्री इस्तेमाल की गई है. फिलहाल अधिकारियों ने इस मामले में जांच शुरू कर दी है और इस हादसे के कारणों का पता लगाने की बात कही है.
नीरज वशिष्ठ