हरियाणा के पशुपालन और डेरी मंत्री ओम प्रकाश धनखड़ ने विधानसभा में एक अजीबो-गरीब बयान दिया है. धनखड़ ने राज्य में आवारा पशुओं की बढ़ती संख्या के लिए विदेशी सांडो को जिम्मेदार ठहराया.
टाइम्स ऑफ इंडिया की खबर के मुताबिक, मंगलवार को विधानसभा बहस के दौरान धनखड़ ने कहा, 'जैसा वहां के मुल्कों में कैरेक्टर है, वैसा ही इनका (सांडों) कैरेक्टर है. उन्होंने कहा कि विदेशी सांड प्रजनन चक्र का भी ख्याल नहीं रखते और भैंसों का शोषण करते हैं.
22 हजार सांडों का बधिया कराया गया
2012 की जानवरों की गणना के मुताबिक हरियाणा में 1.59 लाख सांड हैं, जिसमें देसी और विदेशी दोनों नस्ल के सांड शामिल हैं. इनकी बढ़ती संख्या पर लगाम लगाने के लिए 22 हजार सांडों का बधिया भी कराया जा
चुका है.
धनखड़ ने बताया कि अगर इन सांडों का बधिया न कराया जाए तो गौशाला वाले भी जगह नहीं देते. उन्होंने बताया कि स्थानीय नस्ल को बढ़ावा देने के लिए सरकार ने पहले ही 4 दशकों से क्रॉस बीडिंग कार्यक्रम के तहत कराए जा रहे प्रजनन पर रोक लगा दी है. बतौर धनखड़, मिश्रित नस्ल के सांडों की संख्या कम करने के लिए सरकार ने अमेरिका में अधिकारियों से भी बात की है.
रोहित गुप्ता