गुजरात में सूरत के डुमस इलाके में रहने वाले उद्योगपति दीपक ईजारदार एक बार फिर विवादों में घिर गए हैं. रविवार की रात को डुमस रोड पर अपने बेटे का जन्मदिन मनाने के दौरान उन्होंने बीच सड़क पर पटाखे फोड़कर काफी बवाल मचाया था. सार्वजनिक सड़क पर पटाखे फोड़े जाने के वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल है जिसमें डुमस में रहने वाले उद्योगपति दीपक इजारदार और उनके साथियों को सरेराह पटाखे चलाते हुए देखा जा सकता है.इस दौरान जब एक कार चालक ने उन्हें रास्ता देने के लिए कहा तो कार चालक की तरफ पटाखे चलाने का इशारा कर उसे डराया भी. वायरल वीडियो में उद्योगपति द्वारा सड़क पर आतिशबाजी करने पर उनका रसूख और रुतबा साफ़ तौर पर देखा जा सकता है.
वायरल वीडियो में आप देख सकते हैं कि यहां सूरत के डुमस इलाके में जन्मदिन के जश्न के लिए सार्वजनिक सड़क को ब्लॉक कर दिया गया था और भारी आतिशबाजी की जा रही थी, जिससे यातायात पूरी तरह थम गया है.जब सड़क के बीच में पटाखे फोड़ रहे उद्योगपति दीपक ईजारदार को एक कार चालक ने रास्ता देने के लिए हॉर्न बजाया, तो उन्होंने आतिशबाजी को कार की तरफ मोड़ने या फोड़ने का इशारा किया था.इस पूरी घटना का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो गया है.वीडियो वायरल होने के बाद डुमस पुलिस हरकत में आई. पुलिस ने सार्वजनिक अधिसूचना के उल्लंघन का मामला दर्ज किया है और दीपक ईजारदार के खिलाफ कानूनी कार्रवाई शुरू कर दी है.
यह विवाद रविवार की रात का है. दीपक ईजारदार अपने बेटे के जन्मदिन का जश्न मना रहे थे. उन्होंने डुमस रोड जैसे व्यस्त इलाके में सड़क के बीचों-बीच भारी मात्रा में आतिशबाजी शुरू कर दी थी, जिसकी वजह से वहां लंबा ट्रैफिक जाम लग गया था.जब सड़क जाम होने के कारण पीछे फंसी एक कार के चालक ने हॉर्न बजाकर रास्ता मांगा, तो दीपक ईजारदार और उनके साथियों ने उसे रास्ता देने के बजाय डराने की कोशिश की. वायरल वीडियो में देखा जा सकता है कि जब कार चालक ने हॉर्न बजाया, तो ईजारदार ने हाथ में पकड़े हुए 'रॉकेट' या आतिशबाजी के पाइप को सीधे कार की दिशा में घुमा दिया, जिससे कार में बैठे लोगों की सुरक्षा को खतरा हो सकता था.
दीपक ईजारदार पहले भी कई बार विवादों में रह चुके हैं. उन्हें अक्सर अपने रसूख और पैसे की ताकत दिखाने के लिए जाना जाता है. डुमस थाना पुलिस ने पब्लिक नोटिफिकेशन के उल्लंघन के तहत मामला दर्ज किया है.पुलिस ने वायरल वीडियो को मुख्य सबूत के तौर पर लिया है ताकि सार्वजनिक मार्ग पर बाधा उत्पन्न करने और लोगों की जान जोखिम में डालने के आरोपों को साबित किया जा सके.
सोशल मीडिया पर इस घटना की कड़ी निंदा हुई है. किसी भी व्यक्ति को अपने निजी जश्न के लिए सार्वजनिक सड़क को अपनी निजी संपत्ति की तरह इस्तेमाल करने और आम जनता को परेशान करने का अधिकार नहीं है. आमतौर पर, जब कोई सामान्य नागरिक सार्वजनिक सड़क पर ऐसी हरकतें करता है, तो पुलिस तुरंत कानूनी कार्रवाई करती है और सबक सिखाती है तो फिर पुलिस इस उद्योगपति के खिलाफ किस तरह की कार्रवाई करेगी इस पर आम लोगों की भी नजर बनी हुई है.
संजय सिंह राठौर