दिल्ली की मुख्यमंत्री रेखा गुप्ता पर हमले के मामले में जांच जारी है. पुलिस ने इस केस में एक और गिरफ्तारी की है. गुजरात के राजकोट से तहसीन सैय्यद नाम के शख्स को अरेस्ट कर दिल्ली लाया गया है. पुलिस का कहना है कि तहसीन एक ऑटो ड्राइवर है और उसने आरोपी राजेश भाई खिमजी भाई सकारिया को 2000 रुपये ट्रांसफर किए थे.
सूत्रों ने बताया कि, पूछताछ में सामने आया है कि तहसीन को राजेश की प्लानिंग के बारे में जानकारी थी. राजेश ने उससे कहा था कि "कुछ बड़ा करना होगा." दोनों आरोपी डॉग लवर हैं और लगातार बातचीत में थे. पुलिस ने दोनों को आमने-सामने बैठाकर पूछताछ की, जहां तहसीन ने माना कि राजेश पूरी प्लानिंग उससे साझा कर रहा था.
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पुलिस जांच में यह भी पता चला कि आरोपी राजेश ने हमले के लिए चाकू नई दिल्ली रेलवे स्टेशन के बाहर से लिया था. कहा जा रहा है कि उसने यह चाकू सब्जी की रेहड़ी से उठाया था. हालांकि, सिक्योरिटी के डर से उसने चाकू सीएम के जनसुनवाई कैम्प तक पहुंचने से पहले ही फेंक दिया था. अब पुलिस उसकी तलाश कर रही है. इस सिलसिले में पुलिस आरोपी से सिविल लाइंस इलाके में निशानदेही करवा रही है.
सीएम रेखा गुप्ता को आरोपी ने क्यों बनाया टारगेट?
जांच में खुलासा हुआ कि राजेश ने मुख्यमंत्री को टारगेट इसलिए चुना क्योंकि उसे लगा कि सुप्रीम कोर्ट की सुरक्षा ज्यादा है और मुख्यमंत्री आसान टारगेट होंगी. पूछताछ में तहसीन ने बताया कि राजेश ने कहा था, "जो रास्ते में आएगा, उसे छोड़ेगा नहीं."
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वारदात के दौरान राजेश और तहसीन लगातार संपर्क में थे
पुलिस आरोपी राजेश को उन सभी जगहों पर लेकर गई है, जहां वह रुका और जहां उसने चाकू उठाया और बाद में फेंका था. इनमें गुजराती भवन भी शामिल है, जहां वह रात को रुका था. पुलिस का कहना है कि पूरी वारदात के दौरान राजेश और तहसीन लगातार संपर्क में थे और तहसीन को हर जानकारी दी जा रही थी. फिलहाल, चाकू की बरामदगी और दोनों आरोपियों से गहन पूछताछ पर जोर दिया जा रहा है.
अरविंद ओझा