दिल्ली का इंदिरा गांधी इंटरनेशनल एयरपोर्ट देश का नंबर वन हवाई अड्डा है, जिसका समय के साथ और बेहतर तरीके से विस्तार किया जा रहा है. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आज दिल्ली हवाई अड्डे के विस्तारित टर्मिनल-1 (टी-1) का वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिये उद्घाटन किया. अब इसका कुल क्षेत्रफल तीन गुना होकर 2,06,950 वर्ग मीटर हो गया है.
दिल्ली एयरपोर्ट के टर्मिनल वन के विस्तारित होने के साथ ही अब ये साल में 6 करोड़ लोगों को सेवा देने के लिए तैयार है. इसी के साथ दिल्ली हवाई अड्डे की वार्षिक क्षमता मौजूदा चार करोड़ यात्रियों से बढ़कर 10 करोड़ हो जाएगी.
पीएम ने किया दिल्ली एयरपोर्ट के टर्मिनल 1 का उद्घाटन
इंदिरा गांधी एयरपोर्ट के टर्मिनल 1 को बहुत खूबसूरती और भव्यता के साथ बनाया गया है. विस्तृत भारत के विषय को ध्यान में रखते हुए इसे डिज़ाइन किया गया है. वहीं टर्मिनल के अंदर ज्यादा से ज्यादा नेचुरल लाइट हो, उसके इंतजाम किए गए हैं. IGI terminal 1 की नई छत इस तरीके से बनाई गई है की ज्यादा से ज्यादा सूरज की रोशनी अंदर आ सके.
इसके अलावा टर्मिनल के अंदर खूबसूरत सेल्फी प्वाइंट और पेंटिंग्स बनाई गई हैं, जो विविधता में एकता को दर्शाते हैं. T 1 में आधुनिक तकनीक से बने उपकरण लगाए गए हैं, जिसमें सिर्फ बैग ड्रॉप मशीन सेकंड सिस्टम ऑटोमेटिक मशीन और फेस रिकग्नेशन मशीन और DG यात्रा जैसी सुविधाएं भी उपलब्ध हैं.
आईजीआई T 1 के विस्तार का मकसद भविष्य के हिसाब से यात्रियों को सुविधा प्रदान करना है. वहीं अब यात्री T 1 से यात्रा करते हैं तो उनका चेक इन टाइम 12 मिनट हो जाएगा, जो आम दिनों में 35 मिनट का रहता है और व्यस्तम दिनों में तो उससे भी ज्यादा समय लगता था.
हवाई अड्डा परिचालक डायल के अनुसार, सभी प्रवेश द्वारों पर चेहरा पहचानने की प्रणाली (डिजी यात्रा), 20 ऑटोमेटेड ट्रे रीट्राइवल सिस्टम्स (एटीआरएस), इंडीविजुअल कैरियर सिस्टम (आईसीएस), 108 कॉमन यूजेज सेल्फ सर्विस (सीयूएसएस) और 100 चेक-इन काउंटर हैं, जिनमें 36 सेल्फ बैगेज ड्रॉप (एसबीडी) कियोस्क शामिल हैं.
बता दें कि इंदिरा गांधी अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डा (आईजीएआई) पर प्रतिदिन लगभग 1,500 उड़ानों का आवागमन होता है. वहीं एयरपोर्ट पर फिलहाल तीन टर्मिनल- टी1, टी2 और टी3 हैं. इनमें टी1 की क्षमता विस्तार के बाद चार करोड़, टी2 की क्षमता 1.5 करोड़ और टी3 की क्षमता 4.5 करोड़ है.
अनामिका गौड़ / श्रेया चटर्जी